WhatsApp जैसे प्लेटफार्म क्यों नहीं कर रहे सरकार को सहयोग

Webdunia
रविवार, 22 दिसंबर 2019 (16:54 IST)
नई दिल्ली। सरकारी अधिकारियों ने राज्यसभा के एक पैनल को बताया है कि व्हाट्सऐप और सिग्नल जैसे प्लेटफार्म एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन का हवाला देते हुए कानून लागू करने वाली एजेंसियों के साथ सहयोग नहीं करते हैं और यहां तक कि कानून के तहत किए गए अनुरोध का सम्मान भी नहीं करते हैं।
 
एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन का अर्थ है कि संदेश तक सिर्फ भेजने वाले और पाने वाले की पहुंच होती है। कोई और इस बारे में नहीं जान सकता।
यह पैनल सोशल मीडिया पर पोर्नोग्राफी के मुद्दे और बच्चों पर इसके प्रभावों की पड़ताल कर रहा है।
 
इस महीने की शुरुआत में राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने सोशल मीडिया पर पोर्नोग्राफी और बच्चों तथा समाज पर इसके प्रभाव के खतरनाक मुद्देपर एक तदर्थ समिति का गठन किया था।
 
इस पैनल में 10 राजनीतिक दलों के 14 सदस्य शामिल हैं और इसकी कई बैठकें हो चुकी हैं। इसने इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, दूरसंचार नियामक ट्राई और सोशल मीडिया प्लेटफार्मों से इस बारे में चर्चा की है।
 
पैनल के समक्ष मंत्रालय ने एक टिप्पणी में कहा कि उन्हें पोर्नोग्राफी के मुद्दे पर सोशल मीडिया प्लेटफार्मों से कई कानूनी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है और जब सूचना या जांच की बात कही जाती है तो (वे) दावा करते हैं कि वे मेजबान देश के कानून से संचालित हैं।
 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

Tourist Guide के सुराग से ऐसे हुआ Sonam की साजिश का पर्दाफाश

लॉस एंजिल्स धू-धूकर जल रहा, भारत-पाक सीजफायर का दावा करने वाले डोनाल्ड ट्रंप नहीं संभाल पा रहे खुद का देश, क्यों सड़कों पर आगजनी कर रहे हैं लोग

Covid-19 के नए वैरिएंट XFG का कहर, 163 मामले, जानिए कितना खतरनाक, 6000 के पार पहुंची संक्रमितों की संख्या

शादी से खुश था राजा, उदास थी सोनम, रस्‍मों की तस्‍वीरें बता रहीं लव अफेयर का फसाना

क्या राज कुशवाह है सोनम रघुवंशी का ब्वॉयफ्रेंड, क्या है राजा रघुवंशी की हत्या का मोटिव?

सभी देखें

नवीनतम

Raja Raghuvanshi murder case : राजा रघुवंशी की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा, मेघालय पुलिस को सोनम की ट्रांजिट रिमांड, केस से जुड़े बड़े अपडेट

शांति वार्ता के बीच रूस का यूक्रेन पर एक रात में सबसे भीषण हमला, 500 ड्रोनों से की बमबारी

शुभांशु शुक्ला की अंतरिक्ष उड़ान टली, अब 11 जून को होगी Axiom-4 मिशन की लॉन्चिंग, जानिए क्या है कारण

फिर बातचीत के लिए गिड़गिड़ाया पाकिस्तान, भारत की दोटूक, सिंधु जल संधि पर नहीं होगी कोई बात

Chardham Yatra : दुर्घटनाओं के बाद DGCA ने उत्तराखंड में हेलीकॉप्टर सेवाओं के ऑडिट का दिया आदेश

अगला लेख