Priyanka Gandhi question in Lok Sabha about 1971 war picture: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने सोमवार को लोकसभा में दावा किया कि सेना मुख्यालय से वह तस्वीर उतार ली गई है जो 1971 के युद्ध के बाद पाकिस्तान की सेना के भारतीय सेना के सामने आत्मसमर्पण करने से संबंधित है। इस पर केंद्रीय संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि यह तस्वीर मानेक शॉ संग्रहालय में ससम्मान स्थापित की गई है तथा सेना के शौर्य को लेकर राजनीतिक टिप्पणियां नहीं होनी चाहिए।
केरल के वायनाड से लोकसभा सदस्य प्रियंका गांधी ने शून्यकाल के दौरान बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों पर अत्याचार का मुद्दा उठाया तथा 1971 की तस्वीर से जुड़े विषय का भी उल्लेख किया। उन्होंने दावा किया कि सेना मुख्यालय से वह तस्वीर उतार ली गई है, जिसमें पाकिस्तान की सेना को भारतीय सेना के सामने आत्मसमर्पण करते हुए दिखाया गया है।
प्रियंका को नहीं मिली बोलने की अनुमति : वह आगे भी कुछ कहना चाह रही थीं, लेकिन आसन से उन्हें अनुमति नहीं मिली। प्रियंका की बात पूरी नहीं हो पाने पर कांग्रेस के सदस्यों ने कुछ देर नारेबाजी की। बाद में शेखावत ने कहा कि शून्यकाल के दौरान माननीय सदस्य द्वारा विजय दिवस को लेकर कुछ वक्तव्य दिया गया।
उन्होंने एक विषय रखा कि जो पेटिंग रक्षा मंत्रालय में लगी थी, वह हटा दी गई है। मैं बताना चाहता हूं कि वह बहुत उचित स्थान पर, मानेक शॉ संग्रहालय में पूरे सम्मान के साथ स्थापित की गई है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत की सेना के शौर्य से जुड़े विषय पर राजनीतिक टिप्पणियां करने से पहले विचार करना चाहिए।
क्या है नई तस्वीर में : पाकिस्तानी सैनिकों के आत्मसमर्पण वाली तस्वीर के स्थान पर जो नई तस्वीर लगाई गई है, उसमें आचार्य चाणक्य, महाभारत का एक दृश्य जिसमें श्रीकृष्ण अर्जुन के सारथी बने हुए हैं, कुछ टैंक, सेना के वाहन, हेलीकॉप्टर आदि दिखाई दे रहे हैं। इस फोटो में एक झील भी दिखाई दे रही है, जिसमें कुछ बोट भी हैं। एक्स पर कई लोगों ने सवाल किया कि आखिर ऐसा क्यों किया गया, जबकि कुछ लोगों ने इस घटना को दुखद बताया है।
Edited by: Vrijendra Singh Jhala