अपनी पहली राजनीतिक सभा में प्रसिद्ध अभिनेता थलापति विजय ने कहा— मैंने अपने करियर के शिखर पर फिल्मों को लात मार दी है और सैलरी को भी लात मारी है। मैं आप सभी पर विश्वास के साथ आपका विजय बनकर यहां आया हूं।
बता दें कि तमिल सुपरस्टार से राजनेता बने थलापति विजय ने अपनी राजनीतिक पार्टी बनाई है। इसके आद रविवार को उन्होंने अपना पहला राजनीतिक भाषण दिया। इस भाषण के दौरान उनके प्रति लोगों की दीवानगी नजर आई जो सिर चढकर बोल रही थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक सम्मेलन में करीब 2,00,000 लोग शामिल हुए। इंतजामों के लिए तमिलनाडु गृह विभाग ने करीब 6,000 पुलिस अधिकारियों को तैनात किया।
									
			
			 
 			
 
 			
					
			        							
								
																	बता दें कि उनकी पार्टी का नाम तमिलगा वेत्री कझगम (टीवीके) है। यह इस पार्टी का पहला सम्मेलन था, जिसमें विजय अपने भविष्य की राजनीतिक उदेश्यों के बारे में लोगों को जानकारी दी। सम्मेलन रविवार शाम 4 बजे से आयोजित किया गया था। इस दौरान अपने पसंदीदा स्टार जो अब नेता बन गए हैं को देखने- सुनने के लिए बड़ी तादात में लोग और कार्यकर्ताओं उमड़ पड़े।
दक्षिण भारत में फिल्म स्टारों का राजनीति में आना या अपनी पार्टी बनाना कोई नई बात नहीं है। सिर्फ तमिलनाडु में ही अब तक हुए मुख्यमंत्रियों में से पांच का संबंध फिल्मों से रहा है। अब थलापति विजय इस सूची में शामिल हो रहे हैं।
									
										
								
			
							 
										
								
																	
कौन हैं थलापति विजय : साउथ एक्टर थलापति विजय का असली नाम जोसेफ विजय चंद्रशेखर है। उनके पिता एसए चंद्रशेखर के कहने पर उन्होंने अपना नाम बदला था। उनके पिता साउथ फिल्मों के मशहूर डायरेक्टर हैं। विजय थलापति ने 10 साल की उम्र में पहली फिल्म की थी, उसके बाद बतौर लीड एक्टर काम करने लगे। इनकी लीड एक्टर के तौर पर पहली फिल्म 18 की उम्र में आई थी। विजय के पिता क्रिश्चियन और मां हिंदू हैं। विजय का स्टारडम ही उनकी सबसे बड़ी ताकत है। उनकी फैन फालोइंग हर तरह के लोगों में है। उनके प्रशंसकों में कस्बों के सिंगल स्क्रीन में सिनेमा देखने वालों से लेकर शहरों के मल्टिप्लैक्स में सीनेमा देखने वाले शामिल हैं।
 
									
										
								
																	कब बनाई थी राजनीतिक पार्टी : थलापति विजय ने 1992 में आई फिल्म 'नालैया थीरपु' के मुख्य अभिनेता थे। इसके बाद उनके फैन क्लब विजय मक्कल अय्यकम की स्थापना हुई। यह अब अखिल भारतीय थलापति विजय मक्कल अय्यकम (एआईटीवीएमआई) के नाम से जानी जाती है। पार्टी की घोषणा करते हुए विजय ने कहा था कि उनका फैन क्लब पिछले काफी सालों से लोगों की भलाई के लिए काम कर रहा था। लेकिन यह पूरी तरह से सामाजिक, आर्थिक और राजनैतिक सुधार नहीं ला सकता है। इसके लिए राजनीतिक दल की जरूरत है। इसके बाद ही उन्होंने तमिलगा वेत्री कजगम (टीवीके) नाम से अपने राजनीतिक दल की घोषणा की थी।
									
											
									
			        							
								
																	क्या है तमिलनाडु राजनीति का दृश्य : बता दें कि तमिलनाडु की राजनीति मुख्य तौर पर द्रविड राजनीति के इर्द-गिर्द घूमती है। राज्य में डीएमके और एआईडीएमके द्रविड राजनीति की ध्वजवाहक हैं। राज्य में 70-80 फीसदी वोट इन्हीं दोनों दलों के पास हैं। बाकी के 20-30 फीसदी वोटों पर ही दूसरे दलों की नजर रहती है। विजय की कोशिश भी इसी वोट में हिस्सेदारी करने की है। इसमें उन्हें बीजेपी से मुकाबला करना पड़ सकता है, जो तमिलनाडु में पैर जमाने की जोरदार कोशिशें कर रही है। इस साल हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने डीएमके या एआईडीएमके का समर्थन लिए बिना पहली बार 10 फीसदी से अधिक वोट हासिल किए हैं। ऐसे में टीवीके को डीएमके-एआईडीएमके के साथ-साथ बीजेपी से भी कड़ा मुकाबला करना पड़ सकता है।
									
											
								
								
								
								
								
								
										
			        							
								
																	क्या है राजनीति में एंट्री का लक्ष्य : सम्मेलन के लिए पहुंचे मदुरै के एक आईटी पेशेवर उदयकुमार ने आईएएनएस को बताया कि राजनीति में विजय की एंट्री तमिलनाडु और उसके लोगों के लिए अच्छा है। उन्होंने राजनीति में कदम रखने से पहले अच्छाखासा होमवर्क किया है और उनका लक्ष्य 2026 के विधानसभा चुनाव हैं। मुझे उम्मीद है कि वह तमिलनाडु के अगले मुख्यमंत्री बनेंगे।
									
			                     
							
							
			        							
								
																	6,000 पुलिस अधिकारियों की तैनात : रिपोर्ट्स के मुताबिक सम्मेलन में 2,00,000 लोग शामिल हुए। किसी भी अनहोनी से बचने के लिए आयोजन स्थल पर तमिलनाडु गृह विभाग ने करीब 6,000 पुलिस अधिकारियों को तैनात किया। सुरक्षा संचालन और कार्यक्रम स्थल की देखरेख उत्तरी क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक, आसरा गर्ग करेंगे, उनके साथ चार डीआईजी और 10 एसपी अतिरिक्त कर्मियों के साथ मौजूद रहें। इस बीच तमिल सुपरस्टार सूर्या ने अपने नानबन (दोस्त) विजय को शुभकामनाएं दी।
									
			                     
							
							
			        							
								
																	85 एकड़ में हुआ आयोजन : बता दें यह कार्यक्रम 85 एकड़ के क्षेत्र में आयोजित किया गया, जिसमें पार्किंग के लिए 207 एकड़ अतिरिक्त जगह निर्धारित की गई है। मुख्य प्रवेश द्वार को चेन्नई के ऐतिहासिक फोर्ट सेंट जॉर्ज की तरह बनाया गया। कार्यक्रम स्थल पर बी.आर. अंबेडकर, पेरियार ई.वी. रामासामी, के. कामराज, वेलु नचियार, अंजलाई अम्मल और चेरा, चोल और पांड्या राजवंशों के राजाओं जैसे प्रतिष्ठित व्यक्तियों के विशाल कटआउट लगाए गए। इसके साथ ही विजय का भी एक बड़ा कटआउट देखने को मिला।
Edited by Navin Rangiyal