काजल हिन्दुस्तानी सोशल मीडिया में ट्रेंड कर रही हैं। वे इस समय फेसबुक से लेकर ट्विटर और इंस्टाग्राम पर चर्चा का विषय बनी हुईं हैं। लेकिन हाल में वे सबसे ज्यादा तब चर्चा में आई, जब पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया। उनकी गिरफ्तारी को कुछ लोग सही बता रहे हैं तो कुछ उनके पक्ष में खड़े हो गए हैं। पिछले दिनों काजल कई वजहों से चर्चा में रही हैं। वे भाजपा नेताओं के लिए चुनाव में प्रचार भी कर चुकी हैं तो वहीं सोशल मीडिया में उनके वीडियो जमकर वायरल होते हैं।
आइए जानते हैं आखिर कौन हैं काजल हिन्दुस्तानी जो खुद को गुजरात की शेरनी भी कहती हैं।
भड़काऊ बयान दिया था
दरअसल, काजल हिन्दुस्तानी पर आरोप है कि उन्होंने गुजरात के सोमनाथ जिले में रामनवमी के दिन भड़काऊ बयान दिया था। दावा किया जा रहा है कि ऊना में रामनवमी के दिन हुई हिंसा के पीछे भी काजल का ही बयान है। दक्षिणपंथी और हिन्दुओं के हित की बात करने वाली काजल हिन्दुस्तानी को हाल ही में गुजरात पुलिस ने गिरफ्तार किया है। काजल पर आरोप है कि उन्होंने राज्य के सोमनाथ जिले में रामनवमी के दिन भड़काऊ बयान दिया।
गुजरात पुलिस के मुताबिक काजल हिन्दुस्तानी ऊना में पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया था, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर एक अदालत में पेश किया। अब अदालत ने काजल को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। बता दें कि काजल के खिलाफ 2 अप्रैल को भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 295 ए (किसी वर्ग की धार्मिक भावनाओं को आहत करने के काम) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
ट्विटर पर हैं हजारों फॉलोअर्स
हमने जब काजल हिन्दुस्तानी के ट्विटर अकाउंट के बायो पर नजर डाली तो उन्होंने खुद को एक उद्यमी, सामाजिक कार्यकर्ता, शोध विश्लेषक, राष्ट्रवादी और एक गौरान्वित भारतीय के रूप में बताया है। ट्विटर पर 92,000 फॉलोअर्स हैं।
गुजरात की शेरनी
हालांकि काजल हिन्दुस्तानी का असल नाम काजल शिंगला है। वे खुद को 'गुजरात की शेरनी' कहती हैं। उनका कहना है कि वे सदा राष्ट्रवादी विचारों पर कायम रहती हैं और इसी के कारण उन्होंने अपना ट्विटर अकाउंट भी काजल जयहिंद के नाम से बनाया है। काजल मूल रूप से राजस्थान की रहने वाली हैं और शादीशुदा हैं। उनके पति जामनगर में कारोबार करते हैं।
पीएम भी करते हैं फॉलो
बता दें कि काजल कई टीवी डिबेट्स और विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) द्वारा आयोजित कार्यक्रमों में शामिल होती हैं। वो हमेशा भारतीय संस्कृति और धर्मों के बारे में जागरूकता फैलाने की बात करती दिखती हैं। काजल को पीएम मोदी, भाजपा नेता तेजिंदर बग्गा, कपिल मिश्रा आदि भी ट्विटर पर फॉलो करते हैं।
क्या है पूरा मामला?
काजल पर लगे आरोपों के मुताबिक उन्होंने विहिप द्वारा आयोजित एक हिंदू समुदाय की सभा में एक भड़काऊ भाषण दिया। पुलिस का आरोप है कि उनके बयान से लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत हो सकती हैं।
Edited by Navin rangiyal