नई दिल्ली। दिल्ली में आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। भाजपा ने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (AAP) ने दिल्ली विधानसभा में बिलकुल उसी तरीके से प्रस्ताव रखा है जैसे कि भारत सरकार के खिलाफ पाकिस्तान ने अपने संसद में प्रस्ताव पेश किया था।
पार्टी ने आरोप लगाया कि अरविंद केजरीवाल नीत सरकार विधानसभा में तानाशाही और असंवैधानिक तरीके से काम कर रही है और आप विधायक पाकिस्तान की भाषा बोल रहे हैं।
विधानसभा में विपक्ष के नेता रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि सभी नियमों और परंपराओं को ताक पर रखकर, दिल्ली से ताल्लुक नहीं रखने वाले विषयों पर चर्चा की जा रही है। उन्होंने कहा कि दिल्ली विधानसभा ने एक निजी कंपनी के कारण संघीय सरकार (भारत सरकार) और जनता को हुई वित्तीय हानि और इस संबंध में केन्द्र सरकार द्वारा जांच नहीं कराए जाने पर चर्चा की।
इससे पहले मुख्यमंत्री केजरीवाल ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार द्वारा बड़े पैमाने पर लूट की जा रही है। कांग्रेस ने 75 साल में जितना लूटा है, उससे ज्यादा उन्होंने (भाजपा ने) सात साल में लूटा है। देश मुश्किल दौर से गुजर रहा है। हम स्थिति को लेकर बहुत चिंतित हैं।
प्रधानमंत्री पर हमले तेज करते हुए केजरीवाल ने व्यवसायी गौतम अडाणी का जिक्र करते हुए मोदी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री कम पढ़े-लिखे हैं और चीजों को ठीक से नहीं समझते हैं। यह चिंताजनक है।
उधर, भाजपा ने केजरीवाल की टिप्पणी को लेकर उनकी आलोचना की और कहा कि आप नेता हताशा में प्रधानमंत्री को निशाना बना रहे हैं क्योंकि उनकी सरकार के 'भ्रष्टाचार के पहियों' पर ब्रेक लगा दिया गया है।
चर्चा के अंत में आप के बहुमत वाले विधानसभा ने पार्टी विधायक संजीव झा द्वारा रखा गया प्रस्ताव पारित किया कि विधानसभा से संसद को एक संदेश भेजा जाए ताकि वह अडाणी मामले में संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के गठन पर विचार कर सके।