महेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व में चेन्नई सुपर किंग्स ने 5वीं बार आईपीएल खिताब जीत लिया। इस सीजन में धोनी को बल्लेबाजी में ज्यादा जौहर दिखाने का मौका नहीं मिला। उन्होंने अपने करिश्माई नेतृत्व और विकेटकिपिंग के जरिए टीम को खिताब जीता दिया। पूरे सीजन में धोनी जहां भी खेलने गए मैदान में उनके ही नाम ही गूंज सुनाई दी। मैदान पर इतना शोर था कि कमेंटेटर को कुछ भी सुनाई नहीं दे रहा था। उनके ही अंदाज से कारोबारी आनंद महिंद्रा भी प्रभावित हुए बिना नहीं रह सके।
आनंद महिंद्रा ने ट्वीट कर कहा, अधिकांश लोगों की तरह, मुझे यह सुनकर खुशी हुई कि महेंद्र सिंह धोनी IPL में एक और साल तक रह सकते हैं। लेकिन मैं अधिक समय तक उम्मीद नहीं रखूंगा, क्योंकि मेरा मानना है कि उन्हें राजनीतिक क्षेत्र पर विचार करने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि मैंने उनके साथ जय पांडा की की अध्यक्षता में NCC रिव्यू पैनल काम किया
और देखा कि उनकी बौद्धिक चपलता खेल के मैदान पर उनकी चपलता से मेल खाती है। वह इनोवेटिव इनपुट बनाने में सहयोगी, विनम्र और फिर भी मुखर थे। वह एक स्पष्ट भविष्य के नेता हैं।
IPL से संन्यास पर क्या बोले धोनी : चेन्नई सुपर किंग्स को 5वां खिताब दिलाने के बाद आईपीएल से संन्यास की अटकलों को खारिज करते हुए महेंद्र सिंह धोनी ने कहा कि दर्शकों के प्यार को देखते हुए उन्हें तोहफा देने के लिए वह अगले सत्र में फिर खेलेंगे।
इस सत्र की शुरुआत से ही अटकलें लगाई जा रही थी कि यह धोनी का आखिरी सत्र होगा। हर मैदान पर दर्शकों ने उन पर जिस तरह से प्यार लुटाया, उससे इसकी संभावना और प्रबल होती नजर आ रही थी।
गुजरात टाइटंस पर फाइनल में 5 विकेट से जीत के बाद धोनी से जब पूछा गया कि क्या यह उनका आखिरी सत्र है, उन्होंने कहा कि अगर परिस्थितियों को देखे तो मेरे लिए संन्यास लेने का यह सर्वश्रेष्ठ समय है। मेरे लिए यह कहना बहुत आसान है कि अब मैं विदा ले रहा हूं लेकिन अगले 9 महीने तक कड़ी मेहनत करके लौटना और एक सत्र और खेलना कठिन है।