शिवराज सिंह चौहान बनेंगे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष?, भाजपा के इस फैसले के बाद अटकलें तेज
अध्यक्ष पद के दावेदार धर्मेंद्र प्रधान और भूपेंद्र यादव को राज्यों की जिम्मेदारी
अगर भाजपा की कमान वाकई आरएसएस के हाथ में होती तो पार्टी के नए अध्यक्ष का फैसला करने में इतना वक्त नहीं लगाता। - मोहन भागवत, संघ प्रमुख
संघ प्रमुख मोहन भागवत के पिछले दिनों इस बयान के बाद अब एक बार फिर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम को लेकर अटकलों का दौर तेज हो गया है। सियासी गलियारों में माना जा रहा है कि बिहार चुनाव की तारीखों के एलान से पहले भाजपा के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष का नाम सामने आ जाएगा। इस बीच भाजपा अध्यक्ष की दौड़ मे शामिल केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को बिहार विधानसभा चुनाव का प्रभारी और केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव को साल 2026 में होने वाले पश्चिम बंगाल चुनाव का प्रभारी बना दिया गया है। ऐसे में अब भाजपा अध्यक्ष पद की दौड़ में केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान का नाम सबसे आगे आ गया है।
भाजपा अध्यक्ष के चुनाव की अटकलों की बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का यह बयान कि भाजपा को जो अध्यक्ष बनेगा, वह संघ के विचारों का होगी बनेगा, संघ के करीबी शिवराज सिंह चौहान की दावेदारी क और मजबूत करता है। सियासी गलियारों में यह भी अटकलें है कि शिवराज सिंह चौहान ने पिछले दिनों संघ प्रमुख मोहन भागवत से भी मुलाकात की है।
भाजपा अगर संघ की पंसद के साथ अनुभव और वरिष्ठता को तरजीह देती है तो केंद्रीय मंत्री और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का नाम राष्ट्रीय अध्यक्ष की दौड़ में अब काफी आगे नजर आ रहा है। शिवराज सिंह चौहान वर्तमान में मोदी सरकार में कृषि जैसे अहम विभाग का कामकाज संभाल रहे है। विदिशा लोकसभा सीट से आठ लाख से अधिक वोटों से रिकॉर्ड जीत हासिल करने के साथ भाजपा के सबसे अधिक लंबे समय तक मुख्यमंत्री होने का रिकॉर्ड बनाने वाले शिवराज सिंह चौहान शिवराज सिंह चौहान की छवि एक ऐसे राजनेता के तौर पर है, जिसने जमीन से लेकर सियासत के शिखर तक का सफर तय किया है।
मध्यप्रदेश की राजनीति में पांव-पांव वाले भैय्या के नाम से पहचाने जाने वाले शिवराज सिंह चौहान अपनी लाड़ली बहना और लाड़ली लक्ष्मी जैसी योजनाओं के जरिए आज पूरे देश में घर-घर पहचाने जाते है। शिवराज सिंह चौहान ने जिस लाड़ली बहना योजना के सहारे 2023 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को रिकॉर्ड जीत के साथ सत्ता दिलवाई वह आज पूरे देश में चुनाव में जीत की गारंटी बन चुकी है। यहीं कारण है कि शिवराज सिंह चौहान का नाम भाजपा के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष की दौड़ में सबसे आगे है। संघ के साथ-साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विश्वस्त के तौर पर पहचाने जाने वाले शिवराज सिंह चौहान भाजपा के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष हो सकते है।
कार्यकर्ताओं के बीच लोकप्रिय और उनसे सीधा कनेक्ट रखने वाले शिवराज सिंह चौहान भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे चुके है। शिवराज सिंह चौहान आज भाजपा की अंदरुनी राजनीति में एक सर्वमान्य नेता है। शिवराज सिंह चौहान ने उत्तर भारत के साथ-साथ दक्षिण भारत में भी अपनी संगठनात्मक क्षमता का बाखूबी परिचय दिया।
केंद्रीय मंत्री के तौर पर शिवराज सिंह चौहान मोदी सरकार के एजेंडे को जमीन पर उतराने के लिए मिशन मोड में काम कर रहे है। वन नेशन-वन इलेक्शन को लेकर जनजागरूकता अभियान की कमान संभालते हुए नजर आ रहे है। शिवरा सिंह चौहान मध्यप्रदेश के साथ देश के अलग-अगल राज्यों में वन नेशन-वन इलेक्शन को लेकर कार्यक्रम कर रहे है। गौरतलब है कि वन नेशन-वन इलेक्शन को अमलीजामा पहनाना संघ के साथ-साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक प्रमुख एजेंडा है।
संघ के पंसद से ही बनेगा राष्ट्रीय अध्यक्ष? -भाजपा का नया राष्ट्रीय अध्यक्ष संघ की पंसद का नेता होगा, यह लगभग तय है। 2024 के लोकसभा चुनाव में संघ और भाजपा में जिस तरह की दूरियां दिखाई दी और उसका नुकसान पार्टी को देश के सबसे बड़े राज्य में उठाना पड़ा। सियासत के जानकार बताते है कि संघ का कार्यकर्ता उत्तर प्रदेश जैसे राज्य में घर बैठ गया जिसका नुकसान भाजपा को उठाना पड़ा और वह राज्य में दूसरे नंबर की पार्टी बन गई। ऐसे में अब भाजपा के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के सामने सबसे बड़ी चुनौती संघ को साधने की होगी। ऐसे में बहुत संभावना है कि भाजपा का नया राष्ट्रीय अध्यक्ष संघ की पसंद का ही नेता होगा।
जेपी नड्डा का कार्यकाल खत्म- जून 2019 में जेपी नड्डा को भाजपा का कार्यकारी अध्यक्ष और जनवरी 2020 में पूर्णकालिक अध्यक्ष बनाया गया। जेपी नड्डा का बतौर भाजपा अध्यक्ष का कार्यकाल फरवरी 2024 में पूरा हो चुका था लेकिन लोकसभा चुनाव को देखते हुए उन्हें अध्यक्षीय कार्यकाल का एक्सटेंशन दिया गया था और वह तब से राष्ट्रीय अध्यक्ष बने हुए है। ऐसे में जब बिहार विधानसभा चुनाव की उलटी गिनती शुरु हो गई है तब पार्टी जल्द अपना नया राष्ट्रीय अध्यक्ष चुन कर पूरी तरह चुनावी मोड में जाने की तैयारी मे है।