Sengol : तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने दिल्ली में प्रदर्शनकारी पहलवानों (Wrestlers Protest) को पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि नए संसद भवन (New Parliament building) में स्थापित किया गया राजदंड (सेंगोल) पहले ही दिन झुक गया।
नए संसद भवन के उद्घाटन के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे रविवार को ही लोकसभा अध्यक्ष के आसन के समीप स्थापित किया था। स्टालिन वह राजदंड से जुड़े दावों पर निशाना साध रहे हैं, जिसे शासन और न्याय का प्रतीक बताया जा रहा है।
राष्ट्रीय राजधानी में कानून व्यवस्था का उल्लंघन करने को लेकर पहलवान विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पुनिया को दिल्ली पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने पर स्टालिन ने यह बात कही।
स्टालिन ने एक ट्वीट में कहा कि भाजपा सांसद के खिलाफ महिला पहलवानों द्वारा आरोप लगाये जाने के बाद महीनों गुजर गए हैं, लेकिन भाजपा नेतृत्व ने सिंह के खिलाफ कार्रवाई नहीं की है। पुलिस द्वारा उन्हें (प्रदर्शनकारी पहलवानों को) घसीटे जाने के बाद हिरासत में लिया जाना निंदनीय है। यह दर्शाता है कि सेंगोल पहले दिन ही झुक गया।
उन्होंने कहा, 'क्या यह उचित है कि नए संसद भवन के उद्घाटन के दिन इस तरह के अत्याचार किए जाएं, जो विपक्षी दलों के बहिष्कार के बीच हुआ और जिससे राष्ट्रपति को दूर रखा गया।'
उल्लेखनीय है कि इन पहलवानों ने अपनी महिला महापंचायत के लिए नए संसद भवन की ओर बढ़ने के प्रयास के दौरान सुरक्षा घेरे को तोड़ दिया था। इस दौरान पुलिस ने बजरंग पुनिया, विनेश फोगाट और साक्षी मलिक समेत कई पहलवानों को हिरासत में ले लिया था।
शीर्ष पहलवानों ने 23 अप्रैल को भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर अपना आंदोलन फिर से शुरू किया था। बृजभूषण पर एक नाबालिग सहित कई महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न का आरोप है।