श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने शनिवार को यहां अलगाववादी संगठन जम्मू और कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के अध्यक्ष यासीन मलिक को उनके सहयोगी के साथ हिरासत में ले लिया। जेकेएलएफ ने आरोप लगाया है कि हिरासत में लेने से पहले उनके साथ मारपीट की गई, लेकिन पुलिस ने इन आरोपों को खारिज किया है।
मलिक को जिस समय हिरासत में लिया गया, उस समय वह कठुआ दुष्कर्म और हत्या के मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा गिरफ्तार किए गए छात्रों के खिलाफ बल प्रयोग के खिलाफ ऐतिहासिक जामा मस्जिद तक विरोध मार्च का नेतृत्व कर रहे थे।
कट्टरपंथी हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के चेयरमैन सैयद अली शाह गिलानी को नजरबंद किया गया है। गिलानी, मीरवाइज मौलवी उमर फारूक और मलिक के संयुक्त प्रतिरोधक नेतृत्व (जेआरएल) ने एनआईए द्वारा छात्रों पर बल प्रयोग, अलगाववादी नेताओं की लगातार कथित अवैध रूप से हो रही गिरफ्तारियों और कठुआ दुष्कर्म और हत्या के विरोध में प्रदर्शन करने की घोषणा की थी।
मोर्चे के प्रवक्ता ने कहा कि वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के पुलिस दल ने मलिक और अन्य नेता बाशिर कश्मीरी को खानयार से हिरासत में ले लिया। वह जामा मस्जिद की ओर जा रहे थे। उन्होंने आरोप लगाया कि हिरासत में लेने से पहले पुलिस की कार्रवाई में मलिक घायल हो गए थे। मलिक को हिरासत में लेकर कोठीबाग पुलिस थाने ले जाया गया। (वार्ता)