Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

यासीन मलिक की पत्नी ने राहुल गांधी को लिखा पत्र, जम्मू कश्मीर में ला सकता है शांति

हमें फॉलो करें rahul gandhi

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

, गुरुवार, 7 नवंबर 2024 (08:19 IST)
Rahul Gandhi news in hindi : जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (JKLF) के प्रमुख यासीन मलिक की पत्नी मुशाल हुसैन मलिक ने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को एक पत्र लिखकर जेल में बंद अपने पति का मुद्दा संसद में उठाने का आग्रह किया। मुशाल का मानना है कि उसका पति जम्मू कश्मीर में शांति कायम करने में अहम भूमिका निभा सकता है।
 
मानवाधिकार और महिला सशक्तिकरण के मुद्दे पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री की पूर्व सहायक मुशाल ने राहुल गांधी को लिखे पत्र में तीन दशक पुराने राजद्रोह मामले में मलिक के खिलाफ जारी मुकदमे की ओर उनका ध्यान आकर्षित किया है। इस मामले में राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) ने उसे मौत की सजा देने का अनुरोध किया है।”
 
कश्मीरी अलगाववादी नेता मलिक आतंकवादी वित्त पोषण से जुड़े इस मामले में दिल्ली हाईकोर्ट में एनआईए की ओर से उसके खिलाफ दायर याचिका पर खुद बहस कर रहा है। एनआईए ने इस मामले में एक अपील दायर करके मलिक को फांसी की सजा देने का अनुरोध अदालत से किया है।
 
एनआईए ने 2017 के इस मामले में मलिक सहित कई व्यक्तियों के खिलाफ आरोपपत्र पेश किया था। 2022 में एक निचली अदालत ने मलिक को उम्रकैद की सजा सुनाई थी।
 
मुशाल ने कहा कि मलिक जेल में अमानवीय व्यवहार के विरोध में दो नवंबर से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर है। यह भूख हड़ताल मलिक के स्वास्थ्य पर और प्रतिकूल प्रभाव डालेगी। यह उस शख्स के जीवन को खतरे में डाल देगी, जिसने हथियार छोड़कर अहिंसा की राह पर चलने का विकल्प चुना।
 
मुशाल ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार 2019 से मलिक को सभी अकल्पनीय तरीकों से प्रताड़ित कर रही है। उसने कहा कि मलिक पर 35 साल पुराने मामले में भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ने का मुकदमा चलाया जा रहा है और अब एनआईए उसके खिलाफ दर्ज मनगढ़ंत मामलों में उसके लिए मौत की सजा की मांग कर रहा है।
 
बुशरा ने राहुल से आग्रह किया कि आप संसद में अपने उच्च नैतिक और राजनीतिक प्रभाव का इस्तेमाल करें और यासीन मलिक के मामले पर एक चर्चा शुरू करें, जो जम्मू कश्मीर में दिखावटी नहीं, बल्कि वास्तविक शांति कायम करने का जरिया बन सकता है।
Edited by : Nrapendra Gupta 

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

अमेरिका में ट्रंप की वापसी: सच हुआ यूरोप का बुरा सपना?