योगी आदित्यनाथ के इस फैसले ने उड़ाई अधिकारियों की नींद

Webdunia
गुरुवार, 23 मार्च 2017 (17:27 IST)
गोरखपुर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी गोरखनाथ मंदिर की तरह ही लखनऊ स्थित आवास में भी बिना एयरकंडीशनर वाले कमरे में तख्त पर ही सोएंगे। गोरक्षपीठ प्रबंधन से जुडे लोगों ने यहां बताया कि महंत योगी आदित्यनाथ अपने सादगी के लिए जाने जाते हैं और वे गोरखनाथ मंदिर में बिना एसी चलाए सोते थे। योगी के मुख्यमंत्री बनने के बाद भी उनकी दिनचर्या में कोई बदलाव नहीं होगा और लखनऊ में स्थित आवास पर अब मुख्यमंत्री बिना एसी चलाए कमरे में तख्त पर ही सोएंगे। आदित्यनाथ के इस फैसले से अधिकारियों की नींद उड़ गई है।
यह भी पढ़ें :  मोदी को इस मामले में टक्कर देते हैं योगी आदित्यनाथ 
 
 
गौरतलब है कि पिछले चार दिनों से लखनऊ के पांच कालिदास मार्ग स्थित मुख्यमंत्री आवास में उनके रहने की तैयारियां चल रही हैं। मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी से जुडे कई अन्य सामान गोरखनाथ मंदिर से भेजे जा रहे हैं।
चार से पांच घंटे ही नींद लेने वाले योगी आदित्यनाथ बाकी समय में अपने काम में जुटे रहना पसंद करते हैं। वे सुबह से लेकर रात तक देश-दुनिया की खबरों से अपडेट रहते हैं और तड़के सुबह उठने की उनकी पुरानी आदत है। योग, व्यायाम और चहल-कदमी जैसी क्रिया भी उनकी दिनचर्या में शामिल है। मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद अपनी गोरखनाथ मंदिर वाली व्यवस्था अपने सरकारी आवास में भी करा रहे हैं।
 
तीन दिन पहले हुआ पूजन गोरक्षपीठ से तीन दिन पहले मंदिर से लखनऊ गए पुरोहितों ने मुख्यमंत्री आवास में पूजा-पाठ करने के बाद कलश स्थापित किया था। गोरखनाथ मंदिर में स्थित गो सेवा में मुख्य रूप से लगे मोहम्मद मान और सुरेन्द्र ने बताया कि गोरक्षपीठाधीश्वर अब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बन गए हैं। 
 
गायों का निर्णय करेंगे योगी आदित्यनाथ : आदित्यनाथ धार्मिक और एवं राजनीतिक कार्यों में व्यस्तता के बावजूद गो सेवा पर भी भरपूर ध्यान देते हैं, इसलिए गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर में पल रही कुछ गायों को अब मुख्यमंत्री अपने पास लखनऊ भी ले जा सकते हैं। हालांकि गायों को यहां से ले जाने का निर्णय मुख्यमंत्री आदित्यनाथ करेंगे कि कौन-सी गायें लखनऊ जानी हैं। उन्होंने बताया कि योगी भोर में उठने के बाद पहले की तरह पूजा-पाठ कर गो सेवा करते हैं।
 
गोरखनाथ मंदिर परिसर में स्थित गौशाला में प्रतिदिन सेवा करना और गायों-बछड़ों को दाना खिलाना योगी आदित्यनाथ के दिनचर्या का हिस्सा है। लंबे समय से वे गोशाला में रह रही गायों से इतना घुल मिल गए कि वे उनकी आहट पहचान लेती हैं। वे वहां बछड़े-बछिया के साथ भी समय देते हैं उन्हें सहलाते एवं दुलराते हैं। (वार्ता)
Show comments

जरूर पढ़ें

stampede : बेंगलुरु में भगदड़ की घटना में 11 की मौत, PM मोदी ने जताया दुख, खरगे बोले- हादसा दुर्भाग्यपूर्ण

क्या आपका 500 रुपए का नोट नकली तो नहीं? इस तरह पहचानें Fake currency

Stampede : चिन्नास्वामी स्टेडियम में अंदर RCB का जश्न, बाहर लोगों की भगदड़, फोटो खिंचवाने में लगे थे कांग्रेस नेता, BJP ने लगाया आरोप

यादव के बेटे तेज प्रताप के 'जयचंद' जिक्र का क्या है मतलब, जानें क्यों गद्दारों को कहा जाता है 'जयचंद'

राहुल गांधी का लंगड़े घोड़े वाला बयान कमलनाथ, दिग्विजय की सियासत से रिटायरमेंट का संकेत?

सभी देखें

नवीनतम

बाहर से शांत पाटीदार के अंदर है सफलता के लिये ज्वालामुखी, बचपन के कोच ने क्या कहा

श्रीकांत शिंदे का बड़ा बयान, पाकिस्तान भारत के खिलाफ करता है राहुल के बयानों का इस्तेमाल

मायावती ने बताया, कैसे आएंगे बसपा के अच्छे दिन?

तेजस्वी का नए आरक्षण कानून को लेकर नीतीश को पत्र, सरकार पर लगाया टालमटोल का आरोप

बेटी से गैंगरेप के मामले में महिला भाजपा नेता गिरफ्तार, पार्टी ने भी लिया एक्शन

अगला लेख