उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार संसद पहुंचे गोरखपुर के सांसद योगी आदित्यनाथ ने आज संसद में चुटकियां लीं तो राहुल गांधी और अखिलेश पर कटाक्ष भी किए। आदित्यनाथ ने कहा कि मैं जब पहली बार चुनकर संसद आया था तो मेरी उम्र मात्र 26 साल थी। मैं दिखने में भी दुबला-पतला था। एक दिन तत्कालीन मंत्री सुरजीतसिंह बरनाला ने मुझसे पूछा कि मैं कहां से चुनकर आया हूं? मैंने जवाब दिया गोरखपुर से, उन्होंने फिर पूछा कहां से? मैंने फिर कहा- गोरखपुर से। उन्होंने तीसरी बार फिर पूछा, मैंने चौंकते हुए फिर वही जवाब दिया। इस पर उन्होंने कहा था कि वे एक बार गोरखपुर गए थे, वहां तो दोनों तरफ से ही बम चलते थे। वे वहां से भाग आए और इसके बाद वे कभी भी गोरखपुर नहीं गए। यह छवि थी गोरखपुर की।
योगी ने कहा कि बरनालाजी की इस बात से मुझे बहुत बुरा लगा कि मेरे जिले या संसदीय क्षेत्र के बारे में लोगों की यह राय है। मुझे अच्छा नहीं लगा। सरकार कोई भी हो, यह समाज की समस्या है। हमने वहां व्यापारियों से बात की और इस दिशा में काम किया। पिछले 15 वर्षों में व्यापारियों को गुंडा टैक्स नहीं देने दिया। 15 वर्ष पहले जो गोरखपुर के बारे में सुनने को मिलता था, अब वह यूपी के बारे में सुनने को मिलता है। मेरे सांसद रहते पूर्वी उत्तर प्रदेश में एक भी दंगा नहीं हुआ। इसी तरह की स्थिति हम पूरे उत्तर प्रदेश में लाने में सफल होंगे।
योगी ने कहा कि आने वाले समय में उत्तर प्रदेश गुंडागर्दी, भ्रष्टाचार और अराजकता से मुक्त प्रदेश होगा। माता और बहनों को अब अपनी सुरक्षा के लिए किसी से गुहार नहीं करनी पड़ेगी। मैं सदन के माननीय सदस्यों को भी उत्तर प्रदेश आमंत्रित करता हूं।
इसलिए विफल हुई सपा-कांग्रेस : यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी बात जारी रखते हुए कहा कि मैं आदरणीय राहुल जी से एक साल छोटा हूं और अखिलेश यादव से एक साल बड़ा हूं। दरअसल, दोनों की जोड़ी के बीच मैं आ गया। यही उनकी विफलता का कारण हो सकता है।