अब तक के सबसे बड़े अभ्यासों में से एक में वायुसेना ने जैसलमेर के करीब रेंज में हवा से जमीन पर गोलीबारी और अचूक बमबारी के कौशल का प्रदर्शन किया।
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इस कार्यक्रम में हथियार प्रणालियां और प्लेटफार्म के 30 से अधिक प्रकारों को दिखाया जा रहा है और इसमें 230 से अधिक विमान शरीक हुए।
प्रमुख लड़ाकू विमानों में सुखोई 30, मिराज 2000, जैगुआर, मिग 27, मिग 21, मिग 29, हमलावर हेलीकाप्टर, यूएवी और उच्चस्तरीय ‘एडब्ल्यूएसीएस’ ने अपना पराक्रम दिखाया जबकि प्रतिष्ठित स्वदेशी हल्का लड़ाकू विमान ‘तेजस’ भी इस अभ्यास में भाग लिया।
अन्य विमानों में एएन32, एम्ब्रायर, आईएल 76, आईएल 78 और सी 130 जे जैसे परिवहन विमान और एमआई 17वी5, एमआई 25 और एमआई 35 हमलावर हेलीकॉप्टर शामिल हैं।
व्यक्ति, मशीन, हथियार और तकनीक का कैसा था प्रदर्शन :
एयर चीफ मार्शल एनएके ब्राउन ने कहा कि सशस्त्र बलों के शीर्ष कमांडर जो कि राष्ट्रपति हैं, उनके समक्ष यह व्यक्ति, मशीन, हथियार और तकनीक पहलुओं का प्रदर्शन है।
‘आयरन फिस्ट’ एमआई8 हेलीकाप्टरों द्वारा ‘फ्लैग ट्रूपिंग’ और वायुसेना विमानों द्वारा ‘फ्लाई पास्ट’ के साथ शुरू हुआ। इसके बाद जाल से जुड़े अभियान का अभ्यास किया गया।
तीन चरण के अभ्यास में सौ से अधिक लड़ाकू और परिवहन विमान तथा हेलीकाप्टर ने भाग लिया जबकि इतने ही विमानों को अतिरिक्त रखा गया।
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एसयू 30 विमान द्वारा दिखाए गए हवाई करतब इस कार्यक्रम का आकर्षण रहे। हेलीकॉप्टर हवाई करतब दल ‘सारंग’ ने भी इस मौके पर कार्यक्रम प्रस्तुत किए।
रक्षा मंत्री एके एंटनी, राजस्थान की राज्यपाल मार्गरेट अल्वा, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सहित मित्र देशों के रक्षा एटैची ने भी इस अभ्यास का नजारा देखा। (भाषा)