दरअसल इस इलाके में तैनात भारतीय सैनिकों ने चीनी सैनिकों को खदेड़ने के इरादे से सख्त रुख इख्तियार किया था। एक छोटी पर्वतीय चोटी को पार करने के तुरंत बाद चीनी सैनिकों का सामना भारतीय सेना और भारत तिब्बत सीमा पुलिस के चौकस जवानों से हुआ।
रोके जाने पर चीनी सैनिकों ने कहा कि वे अपने इलाके में हैं और तिबले तक जा रहे हैं। तिबले भारतीय सीमा के पांच किलोमीटर भीतर है। चुमार हिमाचल प्रदेश की सीमा पर लद्दाख का अंतिम कस्बा है। इस इलाके में चीन से लगी सीमा को मान्यता प्राप्त इंटरनैशनल सीमा के तौर पर जाना जाता है।
भारतीय जवानों को अचानक देखने पर चीनी सैनिकों ने कहा कि वे चीनी जनमुक्ति सेना (पीएलए) के आदेशों का पालन कर रहे हैं और उन्हें तिबले के इलाके तक जाना है। लेकिन लंबी दूरी तय कर चुमार तक पहुंचने वाले चीनी सैनिकों को जब भारतीय जवानों ने तुरंत लौट जाने को कहा, भारतीय सैनिकों के तीखे तेवर देख चीनी सैनिकों ने मिन्नत करते हुए कहा कि उनका खाना खत्म हो गया है और उन्हें भूख लगी है। लेकिन गश्त कर रहे भारतीय जवानों के पास खाने के पैकेट नहीं थे।
उनके पास केवल जूस के कैन थे जिसे उन्होंने चीनी सैनिकों को दिया। भूखे चीनी सैनिक सिर्फ जूस पीकर ही अपनी सीमा में लौट गए। ( एजेंसी)