नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने आतंकवादी संगठनों से संबंध होने के संदेह में गिरफ्तार किए गए 2 लोगों के किराए के मकान से दो हथगोले और भलस्वा डेयरी इलाके से एक क्षत-विक्षत शव बरामद किया है। इससे पहले, दिन में पुलिस ने बताया था कि उनके आवास से मानव रक्त के निशान भी मिले हैं।
अधिकारियों ने बताया कि पुलिस तथा फॉरेंसिक साइंस लैबोरेटरी (एफएसएल) का एक दल शुक्रवार शाम को आरोपियों के घर गया था। सूत्रों ने बताया कि वहां मानव रक्त के निशान मिले थे। संदेह है कि उन्होंने घर में किसी की हत्या की होगी और बाद में शव के टुकड़े करके उसे ठिकाने लगा दिया होगा।
दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ ने आतंकवादी संगठनों से संबंधों और जघन्य अपराधों में शामिल होने के आरोप में जगजीत सिंह उर्फ जग्गा (29) और नौशाद को बृहस्पतिवार को गिरफ्तार किया था।
दिल्ली पुलिस की प्रवक्ता सुमन नलवा ने बताया कि शनिवार को जगजीत सिंह और नौशाद की गिरफ्तारी के संबंध में दर्ज मामले की जांच के दौरान विशेष प्रकोष्ठ की टीम ने यहां भलस्वा डेयरी इलाके से एक क्षत-विक्षत शव और कपड़े बरामद किए।
आरोपियों के पड़ोसियों ने मीडिया को बताया कि वे लोग दिवाली के आसपास घर में आए थे और उन्हें कभी-कभार ही घर से बाहर देखा जाता था। दिल्ली पुलिस की प्रवक्ता ने बताया कि आरोपियों को शुक्रवार को अदालत में पेश किया गया, जिसने उन्हें 14 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया।
नलवा ने कहा कि जांच के दौरान हुए खुलासों के बाद दोनों आरोपी पुलिस दल को भलस्वा डेयरी स्थित श्रद्धानंद कॉलोनी में अपने किराए के मकान में लेकर गए, जहां से दो हथगोले बरामद किए गए। उन्होंने कहा कि एफएसएल (फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला) दल को मानव रक्त के निशान भी मिले हैं।
पुलिस ने बताया था कि आरोपियों के पास से 3 पिस्तौल और 22 कारतूस बरामद किए गए थे। इसने कहा था कि जग्गा के कनाडा में रह रहे एक खालिस्तानी आतंकवादी से संबंध होने का संदेह है। पुलिस ने बताया था कि नौशाद आतंकवादी संगठन हरकत उल-अंसार से जुड़ा है।
इसने कहा था कि जग्गा कुख्यात बंबीहा गिरोह का सदस्य है और उसे विदेश में रहने वाले राष्ट्र-विरोधी तत्वों से निर्देश मिलते रहे हैं। पुलिस ने कहा था कि जग्गा उत्तराखंड में हत्या के एक मामले में पैरोल पर रिहा होने के बाद फरार हो गया था। (भाषा)