rashifal-2026

नेल्सन मंडेला के निधन पर भारत ने दुख जताया

Webdunia
शुक्रवार, 6 दिसंबर 2013 (12:42 IST)
FILE
नई दिल्ली। वैश्विक रंगभेद विरोधी नायक नेल्सन मंडेला के निधन पर शुक्रवार को भारत ने गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा कि वे एक ‘अजीम शख्सियत’ और ‘भारत के एक महान मित्र’ थे जिनका जीवन और कार्य आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्रोत बना रहेगा।

अपने शोक संदेश में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा कि राष्ट्रपति मंडेला एक राजनेता, विश्व नेता और मानवता के लिए प्रेरणा के प्रतीक थे। वे भारत के एक महान मित्र थे और दोनों देशों के संबंधों को मजबूत करने में दिया गया उनका योगदान हमेशा याद किया जाएगा।

प्रणब ने कहा कि दोनों देशों के बीच की मित्रता में दिए गए मंडेला के योगदान के सम्मान में उन्हें भारतरत्न से नवाजा गया था। उन्होंने कहा कि मैं भारत के लोगों और सरकार के साथ-साथ अपनी ओर से दिवंगत राष्ट्रपति मंडेला के परिवार के सदस्यों और दक्षिण अफ्रीकी सरकार और लोगों के प्रति तहेदिल से संवेदना व्यक्त करता हूं।

उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने मंडेला को ‘अपने समय की एक अजीम शख्सियत’ करार देते हुए कहा कि उन्होंने सर्वश्रेष्ठ मानव मूल्यों और भावना का प्रतिनिधित्व किया।

उन्होंने कहा कि उनके साहस, दृढ़ संकल्प और बलिदान ने रंगभेद विरोधी आंदोलन के दौरान लाखों लोगों को प्रेरित किया, वहीं इसके बाद शांति, क्षमा और सुलह के उनके संदेश ने उन्हें एकजुट किया और इस संतरगी देश को शांति एवं विकास के पथ पर अग्रसर किया।

उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने कहा कि उनके निधन के साथ दक्षिण अफ्रीका ने अपना राष्ट्रपति और देश ने एक राजनेता खो दिया जिनका जीवन और साहस एवं भलाई का संदेश आने वाले वर्षों में दुनियाभर में हम सभी का मार्गदर्शन और उन्हें प्रेरित करता रहेगा।

प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी मंडेला के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि एक अजीम शख्सियत का निधन हो गया। यह दक्षिण अफ्रीका की तरह भारत के लिए भी उतनी ही बड़ी क्षति है। वे एक सच्चे गांधीवादी थे। उनका जीवन और कार्य आने वाली पीढ़ियों के लिए आंतरिक प्रेरणा का स्रोत बना रहेगा। उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना कर रहे लोगों में मैं भी शामिल हूं।

देश में रंगभेद के खिलाफ लड़ाई में अग्रणी भूमिका निभाने और जेल से रिहा होने के बाद जुल्म ढाने वाले श्वेतों को क्षमा करने के कारण दक्षिण अफ्रीका के पहले निर्वाचित अश्वेत राष्ट्रपति मंडेला का दुनियाभर में बहुत सम्मान है।

मंडेला का जोहानसबर्ग में हाबटन के उपनगरीय इलाके में स्थित अपने आवास पर शुक्रवार तड़के निधन हो गया। वे 95 वर्ष के थे। (भाषा)

Show comments

जरूर पढ़ें

जिस नेवी अफसर की पत्‍नी को टीटीई ने ट्रेन से धक्‍का दिया था, उसकी लाश पटरियों पर मिली, आखिर क्‍या है हकीकत?

SMS और WhatsApp पर मिलेगा हाईवे सेफ्टी अलर्ट, Jio और NHAI में बड़ा समझौता

फिर सामने आया Pakistan का घटियापन, श्रीलंका के तूफान पीड़ितों को भेजी एक्सपायरी भोजन सामग्री, भारत खोला था एयरस्पेस

दिल्ली ब्लास्ट केस : स्पेशल NIA कोर्ट ने आमिर राशिद अली की कस्टडी 7 दिन बढ़ाई

फरीदाबाद मॉड्यूल और दिल्ली ब्लास्ट के बाद Rajasthan में विस्फोटक से लदी पिकअप जब्त, 10 किलोमीटर तक तबाही मचा सकता था धमाका

सभी देखें

नवीनतम

LIVE: दिल्ली MCD उपचुनाव में भाजपा को बढ़त, किसने कौन से सीट जीती

भारत दौरे से पहले पुतिन का बड़ा बयान, यूरोप लड़ना चाहता है तो रूस भी तैयार

क्या 2030 से पहले दुनिया में होगा बड़ा परमाणु युद्ध, क्या बोले एलन मस्क?

मोदी सरकार का बड़ा फैसला, लोकभवन हुआ राजभवन, सेवातीर्थ होगा नए PMO का नाम

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार धान खरीद से किसानों की आय में बढ़ोतरी कर रही सुनिश्चित