रक्षा अनुसंधान विकास संगठन द्वारा विकसित 150 किलोमीटर की सीमा में लक्ष्य भेदने की क्षमता रखने वाली ‘प्रहार’ मिसाइल और मानवरहित हवाई टोही वाहन रूस्तम-1 का भी प्रदर्शन किया गया। फ्लाइट लेफ्टिनेंट स्नेहा शेखावत वायुसेना के 144 सदस्यों के दस्ते का नेतृत्व करने वाली पहली महिला बनीं।
पिछले साल नवंबर में सतह से सतह तक लक्ष्य भेदने की क्षमता रखने वाली अग्नि-4 बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया गया था। इस बार परेड में पहली बार इसके प्रदर्शन को देख लोगों ने जमकर तालियां बजायीं।
अमेरिका से खरीदे गए छह सी-130जे सुपर हरक्यूलिस लड़ाकू विमानों में से तीन विमानों ने भी पहली बार आसमान में गर्जनाएं करते हुए उड़ाने भरीं। (भाषा)