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बाढ़ से बेहाल असम-बिहार, UNICEF ने कहा- 24 लाख बच्चों को तुरंत मदद की जरूरत

हमें फॉलो करें बाढ़ से बेहाल असम-बिहार, UNICEF ने कहा- 24 लाख बच्चों को तुरंत मदद की जरूरत
, शुक्रवार, 24 जुलाई 2020 (00:01 IST)
नई दिल्ली। एक तरफ पूरा देश कोरोनावायरस महामारी से लड़ रहा है तो दूसरी ओर असम और बिहार में बाढ़ से लोग त्राहिमाम कर रहे हैं। असम और बिहार में गुरुवार को बाढ़ से स्थिति और भयावह हो गई। यूनिसेफ (UNICEF) ने कहा है कि देशभर में 24 लाख बच्चे प्रभावित हुए हैं और उन्हें तुरंत मदद दिए जाने की जरूरत है। बाढ़जनित घटनाओं में असम में और 4 लोगों की मौत हो गई।
 
पिछले कुछ दिनों में जलग्रहण क्षेत्र में भारी बारिश के कारण उत्तर बंगाल में तीस्ता, कलजानी और मनसाई समेत कई नदियां उफान पर हैं। इस वजह से निचले इलाके में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाना पड़ा है। बहरहाल, मौसम विभाग ने बताया कि दिल्ली में जुलाई में औसत से 50 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है।

मौसम विभाग के आंकड़ों सफदरजंग वेधशाला के मुताबिक दिल्ली में अब तक जुलाई में 225 मिलीमीटर बारिश हुई जो कि सामान्य बारिश 149.8 मिलीमीटर से 50 प्रतिशत अधिक है।
 
असम में बाढ़ से चार और लोगों की मौत हो गई। राज्य के 33 में से 26 जिलों में 28.32 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। राज्य में बाढ़ से मृतकों की संख्या 93 हो गई है।
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राज्यपाल जगदीश मुखी ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और कहा कि वे केंद्र से समस्या का स्थायी समाधान निकालने का अनुरोध करेंगे। मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने भी दरांग और कामरूप जिलों में प्रभावित इलाके का दौरा किया।

असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) ने गुरुवार को एक बुलेटिन में बताया कि बोंगाइगांव, कोकराझार, मोरिगांव और गोलाघाट जिले में एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई। एएसडीएमए ने बताया कि बुधवार तक 26 जिलों में 26 लाख से ज्यादा लोग बाढ़ से प्रभावित हुए। ब्रह्मपुत्र नदी डिब्रूगढ़, धुबरी और गोलपाड़ा में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।

बिहार में भी बाढ़ से स्थिति और खराब हो गई है। राज्य में 7.65 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। हालांकि किसी की मौत की खबर नहीं मिली है। नेपाल के साथ लगी सीमा के जलग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, खगड़िया और गोपालगंज जिले बाढ़ से प्रभावित हैं।

एनडीआरएफ की 13 और एसडीआरएफ की 8 टीमें बचाव अभियान में जुटी हुई हैं। इसके तहत 36,448 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। बहरहाल, यूनिसेफ का अनुमान है कि देश में हालिया बाढ़ से 24 लाख से ज्यादा बच्चे प्रभावित हुए हैं।
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यूनिसेफ ने एक बयान में कहा कि भारत में बिहार, असम, ओडिशा, गुजरात, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, केरल, उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश और पश्चिम बंगाल में 24 लाख बच्चों सहित साठ लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। यूनिसेफ ने कहा है कि इन क्षेत्रों में बच्चों के समक्ष पैदा चुनौतियों के समाधान के लिए तुरंत मदद, अधिक संसाधन और नए कार्यक्रम चलाने की जरूरत है।

मौसम विभाग ने दोपहर 2 बजे एक ट्वीट में बताया कि दक्षिण बिहार, झारखंड, विदर्भ, छत्तीसगढ़, कर्नाटक और तेलंगाना में अगले 12 घंटे के दौरान बारिश होने की संभावना है।

विभाग ने बताया कि पश्चिम बंगाल में दार्जिलिंग, कलिमपोंग, जलपाईगुड़ी, अलिपुरद्वार और कूचबिहार में 28 जुलाई तक भारी बारिश होने का अनुमान है।

उत्तराखंड में पिथौरागढ़ में पिछले कुछ दिनों से मूसलाधार बारिश के कारण पानी भरने से ढापा गांव के 53 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। जिले के बंगापानी सबडिविजन में बादल फटने की घटना में मृतकों की संख्या बढ़कर 12 हो गई है। टंगा गांव से दो और शवों को निकाला गया। (भाषा)

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