भारतीयों को तीन माह से नहीं मिला था वेतन

Webdunia
रविवार, 6 जुलाई 2014 (16:43 IST)
FILE
नई दिल्ली। संकटग्रस्त इराक से एयर इंडिया के विशेष विमान से शनिवार को वापस लौटे भारतीय कामगारों का कहना है कि उन्हें 3 महीने से वेतन नहीं मिला है और संकट के दौरान उन्हें तमाम परेशानियों से दो-चार होना पड़ा।

वापस लौटे कामगारों का कहना है कि हालांकि उनमें से कई लोग ऐसे हैं जिन्हें 3 महीने से भी ज्यादा वक्त से वेतन नहीं मिला है लेकिन वे घर वापस आकर बहुत खुश हैं।

इराक की एक विनिर्माण कंपनी में कार्यरत गुजरात के सजल कुमार का कहना है कि वे किरकुक में अपने घर के बाहर हो रहे बम विस्फोटों की आवाज को भूल नहीं सकेंगे।

सजल का कहना है कि हमारे लिए यह तनावपूर्ण समय था। बम विस्फोटों की आवाज रोज सुनाई देती थी। हम मुश्किल परिस्थितियों में जी रहे थे। हम तंबुओं में रह रहे थे।

किरकुक में भी काम कर रहे राजस्थान के सीकर निवासी नाथू राम कुमार का कहना है कि हमें वहां ठीक से रोटी और कपड़ा नहीं मिल रहा था। यह हमारे लिए मुश्किल वक्त था। मैं खुश हूं कि अब मुझे अपने तीनों बच्चों से मिलने का मौका मिलेगा।

उत्तरप्रदेश के महाराजगंज निवासी अजमद अली का कहना है कि मुझे पिछले 3 महीने से वेतन नहीं मिला है फिर भी मैं घर वापस आकर खुश हूं। मैं अब वापस नहीं जाऊंगा, अब अपने घर में ही काम करूंगा।

इराक से वापस आने वाले कामगारों में राजस्थान, गुजरात, पंजाब और हरियाणा के लोग शामिल हैं। (भाषा)

Show comments

जरूर पढ़ें

Operation Mahadev क्या है, जिसमें ढेर हुआ पहलगाम हमले का मास्टरमाइंड हाशिम मूसा

1 घंटे में कैसे मार गिराए आतंकवादी, किसने उठाया ऑपरेशन महादेव पर सवाल

रक्षामंत्री राजनाथ ने संसद में दी जानकारी, पाकिस्तान की गुहार पर रोका गया ऑपरेशन सिंदूर

पहलगाम का बदला, जम्मू कश्मीर के दाचीगाम में 3 आतंकवादी ढेर

अद्भुत संयोग! पीएम मोदी पक्षियों पर बोल रहे थे, तभी मंत्री के कंधे पर आ बैठा पक्षी (वीडियो)

सभी देखें

नवीनतम

देश को ऑपरेशन तंदूर चाहिए था, सिंदूर नहीं, लोकसभा में सपा सांसद राजभर का बयान

जम्मू-कश्मीर में मारे गए आतंकियों को लेकर क्‍या बोले उपराज्यपाल मनोज सिन्हा

प्रियंका गांधी का विदेश मंत्री से सवाल, ऑपरेशन सिंदूर में अमेरिका के रोल पर चुप क्यों हैं?

वाडियार राजा का अनादर नहीं किया, बयान की गलत व्याख्या की गई : यतींद्र सिद्धारमैया

डोनाल्ड ट्रंप का मुंह बंद कराओ या भारत में.. संसद में दीपेंद्र हुड्डा ने सरकार से की यह मांग