माला सिन्हा दादा साहब फालके पुरस्कार लेने नहीं पहुंचीं

Webdunia
बुधवार, 1 मई 2013 (23:24 IST)
FILE
मुंबई। गुजरे जमाने की मशहूर अदाकारा माला सिन्हा दादा साहब फालके पुरस्कार समारोह में नहीं पहुंचीं क्योंकि वे अपने प्रति पुरस्कार समिति के असम्मान से आहत थीं ।

उन्हें मंगलवार को दादा साहब फालके पुरस्कार ग्रहण करना था लेकिन निमंत्रण पत्र पर उनका और उन्हें दिए जाने वाले पुरस्कार का कोई जिक्र नहीं था।

माला सिन्हा ने कहा, मुझे कहा गया है कि मुझे फालके अकादमी पुरस्कार मिल रहा है लेकिन यह बिलकुल चौंकाने वाली बात है कि मेरा नाम ही नहीं था और कौनसा पुरस्कार मुझे मिलेगा, उसका भी जिक्र नहीं था। मैंने तो पुरस्कार नहीं मांगा, उन्होंने ही मुझे यह देने का निर्णय लिया। मुझे पता नहीं कि मुझे कौनसा पुरस्कार मिल रहा है, यह बहुत अपमानजनक है। मैं खुद को ठगा महसूस कर रही हूं।

‘प्यासा’ (1957), ‘धूल का फूल’ (1959), ‘दिल तेरा दिवाना’ (1962), ‘गुमराह’ (1963), ‘हिमालय की गोद में’ (1965), ‘आंखें’ समेत 100 से अधिक फिल्मों में अभिनय कर चुकीं माला सिन्हा ने कहा कि दादा साहब फालके पुरस्कार के लिए उनके नाम की घोषणा जानी मानीं गायिका आशा भोसले और दिवंगत फिल्मकार यश चोपड़ा के नाम के साथ की गई थी।

उन्होंने 25 अप्रैल को पुरस्कार की घोषणा संबंधी संवाददाता सम्मेलन में भी हिस्सा लिया और वे यह पुरस्कार मिलने से काफी रोमांचित थीं। (भाषा)

Show comments

महाराष्ट्र में कौनसी पार्टी असली और कौनसी नकली, भ्रमित हुआ मतदाता

Prajwal Revanna : यौन उत्पीड़न मामले में JDS सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर एक्शन, पार्टी से कर दिए गए सस्पेंड

क्या इस्लाम न मानने वालों पर शरिया कानून लागू होगा, महिला की याचिका पर केंद्र व केरल सरकार को SC का नोटिस

MP कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और MLA विक्रांत भूरिया पर पास्को एक्ट में FIR दर्ज

टूड्रो के सामने लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, भारत ने राजदूत को किया तलब

कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वालों को साइड इफेक्ट का कितना डर, डॉ. रमन गंगाखेडकर से जानें आपके हर सवाल का जवाब?

Covishield Vaccine से Blood clotting और Heart attack पर क्‍या कहते हैं डॉक्‍टर्स, जानिए कितना है रिस्‍क?

इस्लामाबाद हाई कोर्ट का अहम फैसला, नहीं मिला इमरान के पास गोपनीय दस्तावेज होने का कोई सबूत

पुलिस ने स्कूलों को धमकी को बताया फर्जी, कहा जांच में कुछ नहीं मिला

दिल्ली-NCR के कितने स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, अब तक क्या एक्शन हुआ?