गौरतलब है कि सईद के साथ यासीन के भूख हड़ताल पर बैठने की घटना से भारत में हड़कंप मच गया था और भारत सरकार यासीन मलिक का पासपोर्ट भी रद्द कर सकती है।
एनडीटीवी को रावलपिंडी से दिए एक साक्षात्कार में यासीन ने कहा है कि उन्होंने फांसी का विरोध करने के लिए गांधी वादी तरीका अख्तियार किया था और यह एक सार्वजनिक मंच था जहां कोई आ सकता था। सईद वहां बिन बुलाए आया था।
मलिक ने कहा है कि उन्हें हाफिज सईद के साथ मिलने और स्टेज शेयर करन का कोई मलाल नहीं है। अगर सरकार चाहे तो इसके लिए मुझे जेल में भी डाल सकती है (एजेंसी)