सामने आना चाहिए सुभाषचंद्र बोस की मौत का रहस्य...

Webdunia
मंगलवार, 26 अगस्त 2014 (00:43 IST)
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नई दिल्ली। नेताजी सुभाषचंद्र बोस को भारत रत्न मिलने संबंधी अटकलों के बीच उनके परिवार ने मांग की है कि नेताजी को भारत रत्न देना ही काफी नहीं है, उनकी मृत्यु से जुड़े रहस्यों का खुलासा कर सच को सामने लाया जाना चाहिए।

नेताजी के पड़पोते सुगाता बोस ने कहा कि सुभाषचंद्र बोस महात्मा गांधी की श्रेणी के नेता है और दोनों को भारत रत्न के उपर रखा जाना चाहिए ।

' तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा' का नारा देने वाले क्रांतिकारी सुभाषचंद्र बोस के नाम से ही अंग्रेज घबराते थे। उन्होंने अंग्रेजों को देश से खदेड़ने के लिए आजाद हिंद फौज का गठन किया था।

भारत रत्न के लिए जिन अन्य लोगों के नामों की चर्चा चल रही है उनमें सुभाष चन्द्र बोस शामिल हैं। कहा जा रहा है कि नेताजी के नाम का ऐलान 15 अगस्त को प्रधानमंत्री अपने भाषण में कर सकते हैं।

गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि चार दिन पहले सरकारी टकसाल को भारत रत्न के लिए पांच पदक तैयार करने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि पांच पदक का आर्डर दिए जाने का मतलब यह नहीं है कि पांच व्यक्तियों को भारत रत्न दिया जाएगा। यह पर्याप्त संख्या में पदक सुरक्षित रखने के लिए है।

इसके अलावा, भारत रत्न के लिए सरकार के नियम स्पष्ट है कि वार्षिक पुरस्कारों की संख्या किसी खास वर्ष में अधिकतम तीन तक सीमित है।

भारत रत्न के लिए अनुशंसा प्रधानमंत्री द्वारा खुद राष्ट्रपति से की जाती है। इसके लिए कोई औपचारिक अनुशंसा की जरूरत नहीं होती।

अगले पन्ने पर... कैसे हुई थी नेताजी की मौत...


सुभाषचंद्र बोस की मौत पर 69 साल बाद भी सस्पेंस बरकरार है। भारत में ज्यादातर लोग ये मानते है कि नेताजी की मौत ताईपे में विमान हादसे में हुई।

इसके अलावा एक वर्ग ऐसा भी है जो विमान हादसे की बात को स्वीकार नहीं करता है। ताईपे सरकार ने भी कहा था 1944 में उसके देश में कोई विमान हादसा नहीं हुआ था।

सुभाषचंद्र बोस की मृत्यु हवाई दुर्घटना में मानी जाती है। हालांकि इस बारे में काफी विवाद रहे। माना जाता है कि दूसरे विश्व युद्ध में जापान के आत्मसमर्पण के कुछ दिन बाद दक्षिण पूर्वी एशिया से भागते हुए एक हवाई दुर्घटना में 18 अगस्त 1945 को बोस की मृत्यु हो गई।

एक मान्यता यह भी है कि बोस की मौत 1945 में नहीं हुई, वह उसके बाद रूस में नजरबंद थे। उनके गुमशुदा होने और दुर्घटना में मारे जाने के बारे में कई विवाद छिड़े। लेकिन सच कभी सामने नहीं आया।

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