Shardiya Navratri 2023: शरद नवरात्रि में होगी नवदुर्गा के इन 9 स्वरूपों की पूजा

Webdunia
Shardiya Navratri in Hindi : धार्मिक ग्रंथों के अनुसार चैत्र और शारदीय नवरात्रि के दिनों में माता नवदुर्गा के नौ रूपों की पूजा होती है। इन नौ दिनों में शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चन्द्रघंटा, कूष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धिदात्री की पूजा होती है। 
 
आइए जानते हैं यहां माता के 9 रूपों का क्या है रहस्य...
 
1. शैलपुत्री- शैलपुत्री का अर्थ पर्वत राज हिमालय की पुत्री। यह माता का प्रथम अवतार था जो सती के रूप में हुआ था।
 
2. ब्रह्मचारिणी- ब्रह्मचारिणी अर्थात् जब उन्होंने तपश्चर्या द्वारा शिव को पाया था।
 
3. चंद्रघंटा- चंद्रघंटा अर्थात् जिनके मस्तक पर चंद्र के आकार का तिलक है। 
 
4. कूष्मांडा- ब्रह्मांड को उत्पन्न करने की शक्ति प्राप्त करने के बाद उन्हें कूष्मांड कहा जाने लगा। उदर से अंड तक वह अपने भीतर ब्रह्मांड को समेटे हुए है, इसीलिए कूष्‍मांडा कहलाती है।
 
5. स्कंदमाता- उनके पुत्र कार्तिकेय का नाम स्कंद भी है इसीलिए वह स्कंद की माता कहलाती है।
 
6. कात्यायनी- महर्षि कात्यायन की तपस्या से प्रसन्न होकर उन्होंने उनके यहां पुत्री रूप में जन्म लिया था, इसीलिए वे कात्यायनी कहलाती है।
 
7. कालरात्रि- मां पार्वती काल अर्थात् हर तरह के संकट का नाश करने वाली है इसीलिए कालरात्रि कहलाती है।
 
8. महागौरी- माता का रंग पूर्णत: गौर अर्थात् गौरा है इसीलिए वे महागौरी कहलाती है।
 
9. सिद्धिदात्री- जो भक्त पूर्णत: उन्हीं के प्रति समर्पित रहता है, उसे वह हर प्रकार की सिद्धि दे देती है। इसीलिए उन्हें सिद्धिदात्री कहा जाता है।

ALSO READ: Shardiya navratri 2023: शारदीय नवरात्रि का पर्व कब से मनाया जाने लगा, जानिए इतिहास

ALSO READ: shardiya navratri 2023 : शारदीय नवरात्रि की घट स्थापना और पूजा विधि

सम्बंधित जानकारी

Show comments

Chanakya niti : यदि सफलता चाहिए तो दूसरों से छुपाकर रखें ये 6 बातें

Guru Gochar : बृहस्पति के वृषभ में होने से 3 राशियों को मिलेंगे अशुभ फल, रहें सतर्क

Adi shankaracharya jayanti : क्या आदि शंकराचार्य के कारण भारत में बौद्ध धर्म नहीं पनप पाया?

Lakshmi prapti ke upay: लक्ष्मी प्राप्ति के लिए क्या करना चाहिए, जानिए 5 अचूक उपाय, 5 सावधानियां

Swastik chinh: घर में हल्दी का स्वास्तिक बनाने से मिलते है 11 चमत्कारिक फायदे

Ramayan : जामवंत और रावण का वार्तालाप कोसों दूर बैठे लक्ष्मण ने कैसे सुन लिया?

17 मई 2024 : आपका जन्मदिन

17 मई 2024, शुक्रवार के शुभ मुहूर्त

Mohini Ekadashi : मोहिनी एकादशी पर बन रहे हैं शुभ योग संयोग, इस दिन करेंगे ये उपाय तो लक्ष्मी नारायण होंगे प्रसन्न

Mandir Ghanti : मंदिर जा रहे हैं तो जानिए कि घंटी को कितनी बार बजाना चाहिए

अगला लेख