dipawali

Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia

आज के शुभ मुहूर्त

(दशमी तिथि)
  • तिथि- कार्तिक कृष्ण दशमी
  • शुभ समय- 6:00 से 7:30, 12:20 से 3:30, 5:00 से 6:30 तक
  • जयंती/त्योहार/व्रत/मुहूर्त-विश्व खाद्य दिवस
  • राहुकाल- दोप. 1:30 से 3:00 बजे तक
webdunia

Navratri 2025: नवरात्रि व्रत में क्यों खाते हैं सेंधा नमक? जानिए इसके पीछे के वैज्ञानिक और धार्मिक कारण

Advertiesment
हमें फॉलो करें सेंधा नमक क्यों खाया जाता है व्रत में

Feature Desk

, सोमवार, 22 सितम्बर 2025 (16:43 IST)
Sendha Namak benefits: जब भी व्रत या उपवास की बात आती है, तो हमारे मन में एक सवाल ज़रूर आता है कि इस दौरान सामान्य नमक की जगह केवल सेंधा नमक (Rock Salt) का ही उपयोग क्यों किया जाता है। क्या यह सिर्फ एक धार्मिक परंपरा है या इसके पीछे कोई वैज्ञानिक और स्वास्थ्य संबंधी कारण भी छिपे हैं? आइए इस लेख में इन सभी सवालों के जवाब विस्तार से जानते हैं और समझते हैं कि यह नमक व्रत के दिनों में क्यों इतना महत्वपूर्ण माना जाता है।

धार्मिक कारण: भारतीय परंपरा में सेंधा नमक को सबसे शुद्ध और पवित्र माना जाता है। यह नमक हिमालयी क्षेत्रों में चट्टानों से निकाला जाता है और इसे किसी भी प्रकार की रासायनिक प्रक्रिया से नहीं गुजारा जाता। इसी कारण इसे "पाषाण नमक" या "रॉक साल्ट" भी कहते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, सामान्य नमक समुद्री जल को सुखाकर या वाष्पीकृत करके बनाया जाता है, जिसमें कई प्रकार की अशुद्धियाँ या बाहरी तत्व हो सकते हैं। वहीं, सेंधा नमक अपनी प्राकृतिक अवस्था में पाया जाता है, जो इसे व्रत जैसे शुद्ध अनुष्ठानों के लिए आदर्श बनाता है।
यह माना जाता है कि व्रत के दौरान शरीर और मन को पूरी तरह से शुद्ध रखना चाहिए। सेंधा नमक का उपयोग करके हम यह सुनिश्चित करते हैं कि हमारे भोजन में कोई भी ऐसा तत्व न हो जो हमारी आध्यात्मिक शुद्धि को प्रभावित करे।

स्वास्थ्य लाभ: धार्मिक कारणों के अलावा, सेंधा नमक सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है। व्रत के दौरान शरीर को ऊर्जा और पोषक तत्वों की ज़रूरत होती है, और सेंधा नमक इसे पूरा करने में मदद करता है।
1. आवश्यक मिनरल्स से भरपूर: सामान्य नमक में केवल सोडियम होता है, लेकिन सेंधा नमक में पोटेशियम, मैग्नीशियम, कैल्शियम और आयरन जैसे 80 से अधिक सूक्ष्म खनिज पाए जाते हैं। ये खनिज व्रत के दौरान शरीर में होने वाली पोषक तत्वों की कमी को पूरा करने में मदद करते हैं।
2. इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है: सेंधा नमक में मौजूद प्राकृतिक मिनरल्स हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदद करते हैं, जिससे शरीर रोगों से लड़ने के लिए बेहतर रूप से तैयार होता है।
3. पचाने में आसान: सेंधा नमक सामान्य नमक की तुलना में पचाने में बहुत आसान होता है। व्रत के दौरान जब हमारा पाचन तंत्र धीमी गति से काम करता है, तब यह नमक भोजन को सही ढंग से पचाने और गैस या अपच जैसी समस्याओं से बचाने में सहायक होता है।
4. इलेक्ट्रोलाइट संतुलन: व्रत के दौरान शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स का संतुलन बनाए रखना बहुत ज़रूरी होता है। सेंधा नमक में मौजूद पोटेशियम और सोडियम जैसे इलेक्ट्रोलाइट्स शरीर में पानी का संतुलन बनाए रखते हैं, जिससे कमजोरी और निर्जलीकरण (Dehydration) की समस्या नहीं होती।
5. शरीर को ठंडा रखता है: आयुर्वेद के अनुसार, सेंधा नमक की प्रकृति ठंडी होती है, जो शरीर के तापमान को नियंत्रित करने में मदद करती है। यह खासकर गर्मी के मौसम में होने वाले व्रत के लिए बहुत फायदेमंद है।
तो, अगली बार जब आप व्रत रखें, तो याद रखें कि सेंधा नमक का उपयोग केवल एक धार्मिक परंपरा नहीं है, बल्कि यह आपके स्वास्थ्य का भी ख्याल रखता है। यह न केवल आपके भोजन को स्वादिष्ट बनाता है, बल्कि शरीर को आवश्यक मिनरल्स प्रदान कर उसे ऊर्जावान और स्वस्थ भी रखता है। इस प्रकार, सेंधा नमक एक ऐसा प्राकृतिक वरदान है जो हमारी धार्मिक आस्था और वैज्ञानिक समझ दोनों को एक साथ जोड़ता है।

अस्वीकरण (Disclaimer) : सेहत, ब्यूटी केयर, आयुर्वेद, योग, धर्म, ज्योतिष, वास्तु, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार जनरुचि को ध्यान में रखते हुए सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। इससे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

Navratri 2025: बेटी को दीजिए मां दुर्गा के ये सुंदर नाम, जीवन भर रहेगा माता का आशीर्वाद