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जानिए नवरात्रि व्रत में खाया जाने वाला राजगिरा आटा क्यों है सबसे खास? जानिए इसके 7 प्रमुख लाभ

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Feature Desk

, सोमवार, 22 सितम्बर 2025 (16:49 IST)
rajgira atta benefits: भारतीय संस्कृति में व्रत और उपवास का विशेष महत्व है। इन दिनों में हम अनाज का सेवन नहीं करते और शुद्ध एवं सात्विक आहार पर ध्यान केंद्रित करते हैं। ऐसे में, राजगिरा (Amaranth) का आटा व्रत के दिनों का सबसे लोकप्रिय और पौष्टिक विकल्प बन गया है। इसे 'अमरनाथ' या 'रामदाना' भी कहते हैं। यह न केवल स्वादिष्ट होता है, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी वरदान है। आइए, जानते हैं व्रत में राजगिरा आटा खाने के सात प्रमुख लाभ।

1. प्रोटीन का समृद्ध स्रोत
राजगिरा का आटा प्रोटीन का एक उत्कृष्ट स्रोत है, जो व्रत के दौरान ऊर्जा और मांसपेशियों की शक्ति बनाए रखने के लिए बहुत ज़रूरी है। अन्य अनाजों की तुलना में इसमें अमीनो एसिड लाइसिन की मात्रा अधिक होती है, जो इसे पूर्ण प्रोटीन का स्रोत बनाता है। यह खासकर उन लोगों के लिए फायदेमंद है जो शाकाहारी हैं और प्रोटीन की कमी को पूरा करना चाहते हैं।

2. फाइबर से भरपूर
व्रत के दिनों में पाचन संबंधी समस्याएं आम हैं। राजगिरा आटे में फाइबर की प्रचुर मात्रा होती है, जो पाचन क्रिया को सुचारू बनाए रखने में मदद करती है। फाइबर युक्त भोजन खाने से पेट लंबे समय तक भरा रहता है, जिससे आप अनावश्यक खाने से बचते हैं और वजन नियंत्रित करने में मदद मिलती है।

3. ग्लूटेन-मुक्त विकल्प
राजगिरा का आटा ग्लूटेन-मुक्त होता है, जो इसे उन लोगों के लिए एक बेहतरीन विकल्प बनाता है जिन्हें ग्लूटेन से एलर्जी है या जो सीलिएक रोग से पीड़ित हैं। यह गेहूं के आटे का एक स्वस्थ और सुरक्षित विकल्प है।

4. सूक्ष्म पोषक तत्वों का पावरहाउस
यह आटा कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन और फास्फोरस जैसे आवश्यक खनिजों से भरपूर होता है। कैल्शियम हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाता है, जबकि आयरन रक्त में हीमोग्लोबिन के स्तर को बनाए रखने में मदद करता है, जिससे व्रत के दौरान होने वाली कमजोरी से बचा जा सकता है।

5. कोलेस्ट्रॉल कम करता है
कुछ शोधों से पता चला है कि राजगिरा में मौजूद फाइटोस्टेरॉल और स्क्वैलीन जैसे यौगिक शरीर में हानिकारक (LDL) कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में सहायक हो सकते हैं। इससे हृदय स्वास्थ्य बेहतर होता है और दिल की बीमारियों का खतरा कम होता है।

6. एंटीऑक्सीडेंट गुण
राजगिरा में एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में होते हैं, जो शरीर में ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करते हैं और कोशिकाओं को नुकसान से बचाते हैं। ये गुण शरीर को फ्री रेडिकल्स से बचाकर बीमारियों से लड़ने में मदद करते हैं, जिससे व्रत के दौरान भी शरीर मजबूत बना रहता है।

7. वजन को रखता है संतुलित
फाइबर और प्रोटीन की उच्च मात्रा के कारण राजगिरा का आटा भूख को नियंत्रित करता है। यह पेट को भरा रखता है, जिससे आप अधिक कैलोरी लेने से बचते हैं। इसलिए, यह उन लोगों के लिए एक आदर्श भोजन है जो व्रत के साथ-साथ वजन कम करना चाहते हैं।
 

अस्वीकरण (Disclaimer) : सेहत, ब्यूटी केयर, आयुर्वेद, योग, धर्म, ज्योतिष, वास्तु, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार जनरुचि को ध्यान में रखते हुए सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। इससे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

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