Chaitra navratri 2024: चैत्र नवरात्रि पर माता को लगाएं 9 दिन के 9 भोग, मिलेगा भरपूर आशीर्वाद

WD Feature Desk
सोमवार, 8 अप्रैल 2024 (18:12 IST)
Navratri 9 din 9 bhog: चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से चैत्र नवरात्रि का महापर्व प्रारंभ होता है। यह नवरात्रि साधना, पूजा और कुल परंपरा की नवरात्रि होती है। इन नवरात्रि में दुर्गा माता की विधिवत पूजा करके के बाद उन्हें उनका भोग लगाना चाहिए। हर दिन का अलग भोग होता है जो माता को प्रसन्न करने के लिए होता है। आओ जानते हैं 9 दिन के 9 भोग और प्रसाद के बारे में। 
ALSO READ: Chaitra navratri 2024: चैत्र नवरात्रि पर कैसे करें माता की शास्त्रोक्त पूजा, जानिए संपूर्ण विधि
1. मां शैलपुत्री का भोग: नवरात्रि की प्रथम देवी शैलपुत्री हैं। इन्हें गाय का घी अथवा उससे बने पदार्थों का भोग लगाते हैं।
 
2. मां ब्रह्मचारिणी : नवरात्रि की दूसरी देवी ब्रह्मचारिणी हैं। मां को शक्कर का भोग प्रिय है।
 
3. मां चंद्रघंटा : तृतीया की देवी चन्द्रघंटा हैं। माता को दूध का भोग प्रिय है।
 
4. मां कुष्मांडा : चौथी मां कुष्मांडा हैं। मां को भोग में मालपूआ अति प्रिय है।
 
5. मां स्कंदमाता : पांचवीं मां स्कंदमाता हैं। इन्हें केले का भोग अति प्रिय है।
 
6. मां कात्यायनी : छठे दिन की देवी कात्यायिनी हैं। मां को शहद अति प्रिय है।
 
7. मां कालरात्रि : सातवीं देवी कालरात्रि मां को गुड़ का भोग अति प्रिय है।
 
8. मां महागौरी : आठवें दिन की देवी मां महागौरी को हलवे पूरी का भोग लगाया जाता है।
 
9. मां सिद्धिदात्री : नौवें नवरात्र में मां सिद्धिदात्री को खीर अति प्रिय है अत: मां को खीर का भोग लगाना चाहिए।
ALSO READ: Chaitra Navratri 2024 : चैत्र नवरात्रि 2024 कब है? तिथि, पूजा, शुभ मुहूर्त, व्रत नियम और महत्व

सम्बंधित जानकारी

Show comments

Chanakya niti : यदि सफलता चाहिए तो दूसरों से छुपाकर रखें ये 6 बातें

Guru Gochar : बृहस्पति के वृषभ में होने से 3 राशियों को मिलेंगे अशुभ फल, रहें सतर्क

Adi shankaracharya jayanti : क्या आदि शंकराचार्य के कारण भारत में बौद्ध धर्म नहीं पनप पाया?

Lakshmi prapti ke upay: लक्ष्मी प्राप्ति के लिए क्या करना चाहिए, जानिए 5 अचूक उपाय, 5 सावधानियां

Swastik chinh: घर में हल्दी का स्वास्तिक बनाने से मिलते है 11 चमत्कारिक फायदे

Vrishabha Sankranti 2024: सूर्य के वृषभ राशि में प्रवेश से क्या होगा 12 राशियों पर इसका प्रभाव

जानकी नवमी 2024 : आज पढ़ी जाती है माता सीता की यह प्रचलित जन्म कथा

Seeta Navmi : सीता नवमी पर जरूर करें ये काम, घर में रुपयों की कभी नहीं होगी तंगी

Khatu Syam Baba : श्याम बाबा को क्यों कहते हैं- 'हारे का सहारा खाटू श्याम हमारा'

Chardham Yatra: कुप्रबंधन को लेकर उत्तरकाशी में व्यवसायी नाराज, किया विरोध प्रदर्शन

अगला लेख