अगर आप विद्यार्थी हैं तो नवदुर्गा के यह मंत्र आपके लिए हैं

Webdunia
नवरात्रि : परीक्षा-इंटरव्यू में सफलता प्राप्ति के विशेष उपाय 
 
नवरात्रि के इन मं‍त्रों में से अपनी रुचि के अनुसार कोई एक मंत्र का प्रयोग करें। नवरात्र में माता सरस्वती का चित्र श्वेत वस्त्र पर स्‍थापित कर पूजन करें। नैवेद्य में दूध की बनी मिठाई का भोग लगाएं। अंत में दुर्गाजी से क्षमा-प्रार्थना व आरती करें।
 
1. 'ॐ ऐं नम:' नित्य स्फटिक की माला से 21-51-101 माला करें।
 
2. 'ॐ ऐं वद वद वाग्वादिनी स्वाहा' की जितना मन करें माला जपें।
 
3. 'ॐ ह्रीं श्रीं ऐं वाग्वादिनी भगवति अर्हन्मुख निवासिनी सरस्वति मासस्ये प्रकाश कुरु कुरु ऐं नम:' की 11 माला नित्य करें। समय प्रात: या अर्द्धरात्रि शुभ रहेगा।
 
4. 'ॐ ऐं सरस्वत्यै नम:' की 51 माला नवरात्र में नित्य करें।
 
5. 'ॐ ऐं नम: भगवति वद वद वाग्दे‍वि स्वाहा' की 51 माला नवरात्र में नित्य करें।
 
उपरोक्त प्रयोग श्रद्धा व विश्वास के साथ करें। नवरात्र के पश्चात नित्य एक माला करें।
 
इसके अलावा गणपति साधना बुद्धि तथा ज्ञान प्राप्ति के लिए सरल व उपयुक्त मानी गई है। अत: गणेशजी के मंत्र कर सकते हैं।
 
1. 'ॐ गं गणपतये नम:' की 21 माला नित्य करें। 
 
2. 'ॐ वक्रतुण्डाय हूं' की 21 माला मूंगे की नित्य करें।
 
कीलक स्तो‍त्र के निम्न मंत्र का मात्र  31 दफा जप करें। पहले गणेशजी के मंत्र की एक माला अवश्य करें।
 
'ॐ विशुद्धज्ञान देहाय त्रिवेदी दिव्य चक्षुषे।
श्रेय: प्राप्तिनिमित्ताय नम: सोमार्ध धारिणे।।'
 

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

परीक्षा में सफलता के लिए स्टडी का चयन करते समय इन टिप्स का रखें ध्यान

Shani Gochar 2025: शनि ग्रह मीन राशि में जाकर करेंगे चांदी का पाया धारण, ये 3 राशियां होंगी मालामाल

2025 predictions: वर्ष 2025 में आएगी सबसे बड़ी सुनामी या बड़ा भूकंप?

Saptahik Panchang : नवंबर 2024 के अंतिम सप्ताह के शुभ मुहूर्त, जानें 25-01 दिसंबर 2024 तक

Budh vakri 2024: बुध वृश्चिक में वक्री, 3 राशियों को रहना होगा सतर्क

सभी देखें

धर्म संसार

प्रयागराज में डिजिटल होगा महाकुंभ मेला, Google ने MOU पर किए हस्‍ताक्षर

Yearly rashifal Upay 2025: वर्ष 2025 में सभी 12 राशि वाले करें ये खास उपाय, पूरा वर्ष रहेगा शुभ

28 नवंबर 2024 : आपका जन्मदिन

28 नवंबर 2024, गुरुवार के शुभ मुहूर्त

मार्गशीर्ष अमावस्या पर पितरों को करें तर्पण, करें स्नान और दान मिलेगी पापों से मुक्ति

अगला लेख