नरेंद्र मोदी में सिर्फ ताकत और प्रतिभा देखी है-राजनाथ सिंह

Webdunia
बुधवार, 4 दिसंबर 2013 (21:30 IST)
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नई दिल्ली। भाजपा अध्यक्ष राजनाथसिंह ने पार्टी की ओर से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए उन्हें दृढ़ प्रतिबद्धता वाला नेता बताया। सिंह ने कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्री में वह सिर्फ ताकत और प्रतिभा देखते हैं।

सिंह ने यह भी कहा कि यद्यपि 'राम मंदिर' का मुद्दा अदालत में विचाराधीन है और लोगों को उस पर अदालत के फैसले का इंतजार करना चाहिए लेकिन अगर यह साबित हो जाता है कि मुस्लिम उस खास स्थल (विवादित स्थल) पर नमाज अदा करते थे तो वह स्वीकार करेंगे कि राम मंदिर के निर्माण के प्रयास जो चल रहे हैं, वह गलत है।

सिंह ने कहा, नरेंद्र मोदी का सबसे मजबूत पहलू यह है कि वह ऐसे नेता हैं जो दृढ़ प्रतिबद्धता वाले हैं और 12 साल तक मुख्यमंत्री रहने के बाद शासन में जिस तरीके की पारदर्शिता उन्होंने दिखाई है, वह प्रशंसनीय है। न सिर्फ विकास के मामले में बल्कि उन्होंने गुजरात को एक आदर्श राज्य बना दिया है।

उनके कमजोर पहलुओं के बारे में पूछे जाने पर सिंह ने कहा कि यद्यपि अब तक उन्होंने एक का भी पता नहीं लगाया है लेकिन वह ढूंढने का प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा, मैंने सिर्फ उनकी ताकत और प्रतिभा देखी है।

सिंह ने कहा, अगर कोई कमजोरी है तो यह है कि वह अपने स्वास्थ्य का ख्याल नहीं रखते ओर देश और समाज के विकास के लिए अथक काम करते हैं। इसे उनकी कमजोरी या मजबूत पहलू के तौर पर देखा जा सकता है। जनसभाओं में ऐतिहासिक और आर्थिक तथ्यों के संबंध में मोदी की गलतियों के बारे में पूछे जाने पर सिंह ने कहा कि कोई उनका पूरा भाषण देख सकता है और उन्होंने कभी नहीं कहा कि तक्षशिला पटना में था।

सिंह ने कहा, उन्होंने (मोदी ने) नहीं कहा था कि तक्षशिला पटना में था, कोई उनका पूरा भाषण देख सकता है। राम मंदिर मुद्दे के बारे में पूछे जाने पर सिंह ने कहा कि उनकी पार्टी चाहती है कि राम मंदिर बने और जैसे हिन्‍दू चाहते हैं कि मंदिर बने उसी तरह दूसरे धर्मों के लोग चाहते हैं कि उनका धार्मिक ढांचा बने।

सिंह ने कहा, मामला अदालत में विचाराधीन है और मेरा मानना है कि हमें अदालत के फैसले का इंतजार करना चाहिए। इलाहाबाद उच्च न्यायालय की एक पीठ ने फैसला दिया है जिसमें उसने कहा कि जहां फिलहाल राम लला की मूर्ति स्थापित है, वह राम की जन्मस्थली है और यह बात सभी तीनों न्यायाधीशों ने कही, लेकिन इसके खिलाफ उच्चतम न्यायालय में अपील की गई है और हमें इसका इंतजार करना चाहिए।

सिंह ने कहा, मुस्लिम वहां (विवादित स्थल) पर नमाज अदा करते थे, अगर यह साबित होती है तो मैं स्वीकार करूंगा कि राम मंदिर के निर्माण के जो प्रयास चल रहे हैं, वह गलत हैं। गुजरात में एक युवती की जासूसी करने संबंधी विवाद के बारे में पूछे जाने पर सिंह ने कहा कि कांग्रेस इन सबके जरिए भाजपा को झटका नहीं दे सकती।

सिंह ने कहा, इस तरह के गलत हथकंडों का इस्तेमाल नरेंद्र मोदी के नाम को बदनाम करने के लिए किया जाएगा, लेकिन यह किसी भी तरीके से पार्टी की सेहत को प्रभावित नहीं करेगा और इन सबके बावजूद मोदी की लोकप्रियता पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है।

भाजपा की कद्दावर नेता सुषमा स्वराज और पार्टी के दिग्गज नेता अरुण जेटली के बीच कथित झगड़े के मद्देनजर भाजपा अध्यक्ष होने के नाते वह कैसे दोनों नेताओं के बीच तालमेल बिठाते हैं, के सवाल पर सिंह ने कहा कि दोनों नेता बेहद अच्छे मित्र हैं।

उन्होंने कहा, कभी-कभार केंद्रीय संसदीय बोर्ड या किसी अन्य मंच पर किसी मुद्दे पर अलग-अलग राय होती है और यह सामने आता है और मीडिया कहता है कि टकराव है। सिंह ने कहा, लेकिन अलग-अलग राय होना हमारी अंतर्निहित ताकत है और जिस भी पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र होगा, उसमें राय की भिन्नता होगी। हम एक परिवार की पार्टी नहीं हैं, हम कार्यकर्ता आधारित पार्टी हैं।

यह पूछे जाने पर कि अमित शाह की कथित टैप की हुई बातचीत में कौन ‘साहेब’ हैं तो सिंह ने कहा, आम बोलचाल में लोग दूसरे को साहब बोलते हैं। उसी तरह वे साहबजादे भी कहते हैं। मैं एक छोटे गांव से आता हूं और जब मैं छोटा था, तो कहा जाता था वह साहबजादा है। मैं नहीं मानता कि यह अपमानजनक टिप्पणी है।

उन्होंने कहा कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में लौटती है तो वह आर्थिक संकट का समाधान करने, समान विकास को प्रोत्साहन देने और आय की विषमता को खत्म करने और रोजगार प्रदान करने की दिशा में काम करेगी।

सिंह ने कहा, बेरोजगारी एक बड़ी समस्या है और हम इसका समाधान करने का प्रयास करेंगे। वाजपेयी के छह वर्षों के कार्यकाल के दौरान 6.70 करोड़ नौकरियों का सृजन किया गया जबकि वर्तमान सरकार में महज 27 लाख नौकरियों का सृजन किया गया। उन्होंने कहा कि आंतरिक और बाहरी सुरक्षा संकट भी एक चुनौती है और भाजपा उसके साथ-साथ कूटनीतिक मोर्चे पर भी काम करेगी।

सिंह ने कहा, वाजपेयी के शासनकाल के दौरान उनके कूटनीतिक कौशल के कारण चीन ने सिक्किम पर से अपना दावा छोड़ने पर सहमति जता दी थी लेकिन आज वैसी स्थिति नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा को पांच में से चार राज्यों में जीत मिलने की उम्मीद है।

उन्होंने कहा कि वह किसी एक व्यक्ति को श्रेय नहीं देंगे बल्कि खुद को छोड़कर बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं से लेकर शीर्ष नेताओं को इसका श्रेय देंगे। इन पांचों राज्यों में हाल में ही चुनाव हुए हैं।

उन्होंने कहा कि भाजपा भूमंडलीकरण, उदारीकरण और आधुनिकीकरण के खिलाफ नहीं है लेकिन व्यक्ति को सतर्क रहना चाहिए और भारत की अर्थव्यवस्था की स्वायत्तता पर कोई सवाल नहीं उठाया जाना चाहिए। (भाषा)

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