1952 से देश में आम चुनाव की शुरुआत हुई लेकिन 1984 में जो कीर्तिमान बना था, उसके इस बार टूटने के कयास लगने शुरू हो चुके हैं। 1984 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद हुए आम चुनाव में कांग्रेस के प्रति उपजी सहानुभूति की लहर में रेकॉर्ड 64.01 मतदान हुआ था। तब लोकसभा की 533 सीटों में से कांग्रेस को 414 सीटों पर कामयाबी मिली थी।
2009 के आम चुनाव में 58.19 प्रतिशत मतदान हुआ था लेकिन लगता है कि 2014 के चुनाव में जिस तरह से मतदान के प्रति जागरुकता आई है, वह 1984 के कीर्तिमान को ध्वस्त कर दे तो कोई आश्चर्य नहीं होना चाहिए।
सोमवार के दिन नौंवे और अंतिम चरण में तीन राज्यों पश्चिम बंगाल, उत्तरप्रदेश और बिहार में 41 लोकसभा सीटों पर मतदान होने जा रहा है। नौंवें चरण में करीब 9 करोड़ मतदाता 606 उम्मीदवारों के राजनीतिक भाग्य का फैसला करेंगे।
पश्चिम बंगाल में 17 लोकसभा सीटों बहरामपुर, कृष्णनगर, राणाघाट, बनगांव, बैरकपुर, दमदम, बारासाट, बसीरहाट, जयनगर, मथुरापुर, डायमंड हार्बर, जाधवपुर, कोलकाता दक्षिण, कोलकाता उत्तर, तामलुक, कांथी और घाटल पर मतदान होगा।
उत्तरप्रदे श में 18 लोकसभा सीटों डुमरियागंज, महाराजगंज, गोरखपुर, कुशी नगर, देवरिया, बांसगांव, लालगंज, आजमगढ़ , घोसी, सलेमपुर, बलिया, जौनपुर, मछलीशहर, गाजीपुर, चंदौली, वाराणसी, मिर्जापुर और रॉबर्ट्सगंज पर मत डाले जाएंगे।
बिहा र में 6 लोकसभा सीटों वाल्मीकि नगर, पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, वैशाली, गोपालगंज और सिवान पर मतदान होगा।
अंतिम चरण में ये हैं धुरंधर, जिन पर निगाहें रहेंगी...अगले पन्ने पर पढ़ें