मोदी, राहुल के पहनावे का अंदाज हो रहा लोकप्रिय

Webdunia
रविवार, 4 मई 2014 (16:22 IST)
FILE
कोलकाता। चुनावों के बीच नरेन्द्र मोदी और राहुल गांधी जैसे नेताओं के फैशन का अंदाज भी लोगों को और खासतौर पर युवाओं को खूब भा रहा है।

डिजाइनर अभिषेक दत्ता के अनुसार भाजपा की तरफ से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार मोदी का अनेक रंगों के कॉटन और रॉ-सिल्क वाले आधी आस्तीन के कुर्ते और चूड़ीदार को युवा और अधेड़ दोनों उम्र के लोग पसंद कर रहे हैं।

दत्ता के अनुसार मोदी का ट्रेडमार्क पहनावा बहुत पसंद किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि राहुल का सफेद कुर्ता-पजामा या नीली डेनिम के साथ सफेद कुर्ता भी युवाओं को आकर्षित कर रहा है।

डिजाइनर सयंतन सरकार के मुताबिक मोदी का पहनावे का अंदाज एक तरह के अधिकार के भाव से जुड़ा है जिसमें जोश भी नजर आता है तो चमक भी। इसके साथ ही यह परंपरागत रूप से भारतीय पहनावा भी है, वहीं राहुल की पोशाक में युवा ऊर्जा की झलक देखी जा सकती है।

उन्होंने कहा कि फिलहाल लाइनदार आधी आस्तीन वाली नेहरू सदरी के साथ कुर्ता-पजामा की भी भारी मांग है। फैशन के मामले में सयंतन सरकार जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला को युवाओं के बीच तीसरे सबसे लोकप्रिय नेता के तौर पर शामिल करते हैं।

केवल युवाओं के लिए कपड़े डिजाइन करने वालीं शर्बरी दत्ता को लगता है कि नेताओं को अपनी लक्षित जनता की इच्छाओं का ख्याल रखते हुए पहनावा पहनना चाहिए।

उन्होंने कहा कि राहुल गांधी देश के एक बड़े जाने-माने परिवार से आते हैं, लेकिन जब वे किसी आदिवासी बहुल गांव या परिवार में जाते हैं तो उन्हें आम आदमी की तरह कपड़े पहनने होते हैं ताकि लोगों से संपर्क साधा जा सके।

डिजाइनरों के अनुसार प्रियंका गांधी, सोनिया गांधी, जयललिता और ममता बनर्जी जैसी महिलाओं का भी अपना अलग अंदाज है। (भाषा)

Show comments

जरूर पढ़ें

अनिरुद्धाचार्य ने महिलाओं पर यह क्या कह दिया, मच गया बवाल?

नासमझ हैं भाजपा सांसद कंगना, उन्हें खुद पर नियंत्रण रखना चाहिए

गुजरात में रफ्तार का कहर, हिट एंड रन मामले में 2 की मौत

लोकसभा में खत्म गतिरोध, अगले सप्ताह ऑपरेशन सिंदूर पर होगी चर्चा

Rajasthan : डेढ़ साल के बच्‍चे को बोरवेल में फेंका, आरोपी पिता गिरफ्तार

सभी देखें

नवीनतम

थाईलैंड कंबोडिया युद्ध : 3 दिन में 32 की मौत, हजारों विस्थापित

करगिल विजय दिवस : ऑपरेशन सिंदूर को लेकर क्या बोले थलसेना प्रमुख उपेंद्र द्विवेदी?

बिहार में सेवानिवृत्त पत्रकारों को 15 हजार रुपए पेंशन, सीएम नीतीश ने की घोषणा

कांग्रेस का दावा, ट्रंप के साथ पीएम मोदी की दोस्ती खोखली

राजस्थान स्कूल हादसा : वसुंधरा बोलीं, शिक्षा विभाग पहले कार्रवाई करता तो हादसा नहीं होता