बोलने वाली कार बचाएगी दुर्घटना से

भाषा
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अभी तक हॉलीवुड फिल्मों में ही बोलती हुई कार देखी गईं थी लेकिन अब यह फिल्मों से बाहर असल जिन्दगी में भी उतरेगी। इसका श्रेय दो भारतीय मूल के इंजीनियरों को जाता है, जिन्होंने दो कारों के बीच बातचीत सुनिश्चित कराने वाली एल्गोरिथम की जोड़ी बनाने का दावा किया है।

दक्षिण पैसिफिक विश्वविद्यालय के डॉ. बी. शर्मा और डॉ. उतेशचंद के नेतृत्व वाले अंतरराष्ट्रीय दल ने एक ऐसा गणितीय समीकरण तैयार करने का दावा किया है, जो दो रोबोटिक कारों को सुरक्षित तरीके से लेन बदलने का निर्देश देगा। डॉ. शर्मा के अनुसार इस गणितीय समीकरण द्वारा रोबोटिक कारों को यह निर्देश मिलेगा कि उन्हें कब और कैसे लाइन में मिलना है। इससे दुर्घटनाओं की संख्या में कमी आएगी और यातायात के दबाव से भी निजात पाया जा सकेगा।

उन्होंने कहा- 'फ्लोकिंग रोबोटिक्स में प्रयोग होने वाली एक बायोलॉजिकल तकनीक और रणनीति है। फ्लोकिंग का एक सबसे बड़ा फायदा यह है कि रोबोट आपस में बात कर सकते हैं और इससे हम लंबी दूरी तक जाने में भी सफलता पा सकते हैं।' वैज्ञानिकों द्वारा ऐसा दावा किया जा रहा है कि सभी कारें एक एल्गॉरिथम श्रृंखला से नियंत्रित होंगी। इस केन्द्रीकृत प्रणाली में कारें एक दूसरे से सम्पर्क में रहेगी।

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