भारत आए अमेरिकी डीजे मूक्स मूल

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अमेरिकी इलेक्ट्रॉनिक संगीतकार और डिस्क जॉकी (डीजे) मूक्स मूल ने अपने पहले भारत दौरे की शुरुआत दिल्ली में अपना संगीत कार्यक्रम पेश कर की। दिल्ली के बाद मूल मुंबई और बेंगलूर में अब अपना कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे। मूल भारत में ‘हेनकेन ग्रीन रूम’संगीत कार्यक्रम के तहत अपारंपरिक कलाकारों और संगीत को बढ़ावा देने के लिए आए हैं।

संगीत के साथ सृजनात्मक प्रयोगों के लिए प्रसिद्ध मूल का कहना है कि कम्प्यूटर की आधारभूत जानकारी रखने वाला कोई भी व्यक्ति संगीत कलाकार बन सकता है।

मूल ने कहा, ‘कम्प्यूटर किसी के भी मस्तिष्क में असीमित कल्पना शक्ति और विचार सृजन की प्रक्रिया को जन्म देने की क्षमता रखता है। किसी भी सॉफ्टवेयर में उपलब्ध विशेषताएं कलाकार को इनक साथ प्रयोग करने में सक्षम बना सकती है। प्रयोगों पर ही इलेक्टॉनिक संगीत का वर्तमान दौर टिका है।’

न्यूयार्क के ब्रुकलिन में रहने वाले मूल आईडीएम (इंटेलीजेंट डांस एंड म्यूजिक) श्रेणी में प्रसिद्ध कलाकार हैं और ऑनलाइन जगत एवं अमेरिकी पार्टी सर्किट में बहुत लोकप्रिय हैं। उन्हें ‘सिंथेसाइजर-फिडजेटिंग बीटमेकर’ के रूप में जाना जाता है।

मूल ने अपनी प्रसिद्ध का श्रेय सोशल नेटवर्किंग साइटों को देते हुए कहा, ‘मुझे लगता है कि कंप्यूटर और सोशल मीडिया से किसी भी संगीत कलाकार को बहुत मदद मिलती है।’ मूल ने अपना करियर न्यूयॉर्क सिटी में शुरू किया था। उन्होंने पहली बार 2006 में मूड गजट संगीत कंपनी के लिए प्रसिद्ध गीत ‘लॉस्ट एंड फाउंड’ का संगीत तैयार किया था।

राजधानी में अपने कार्यक्रम के दौरान मूक्स मूल ने लोगों का मन मोह लिया। लोग बार-बार उनसे गानों को दोहराने के लिए कह रहे थे। मूल ने कहा कि वह स्थानीय संगीत के साथ प्रयोग करने के साथ ही भारतीय खानों का भी मजा लेना चाहते हैं। (भाषा)

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