कविता : मेरे देश का झंडा 'तिरंगा

Webdunia
- रोचिका शर्मा, चेन्नई 


 
मेरे देश का झंडा 'तिरंगा', सबसे अनोखा सबसे निराला, 
 

 

 
तीन रंग इसमें हैं समाहित, बीच में नीला चक्र है डाला। 
 
सबसे प्रथम रंग केसरिया, बलिदानों की कथा सुनाता, 
शहीदों की याद दिलाता, देशप्रेम का भाव जगाता।
 
दूजा रंग सफेद है बच्चा, सबसे सादा सबसे सच्चा,
सदाचार, शांति की भावना, निर्मल, पावन मनोकामना। 
 
तीजा रंग हरा हरियाला, प्रगति का रथ इसने संभाला, 
मेहनतकश बन जाएं सारे, माटी देश की रूप निखारे।
 
सबके बीच इक चक्र है भैया, चौबीस कांटी समय का पहिया, 
कहता सदा है चलते जाना, धर्म और सत्य की राह अपनाना।
 
 
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