आठ भारतीय अमेरिकी वैज्ञानिक सम्मानित

Webdunia
मंगलवार, 30 अप्रैल 2013 (19:25 IST)
वॉशिंगटन। सोसायटी ऑफ एशियन अमेरिकन साइंटिस्टस ने कैंसर रिसर्च के क्षेत्र में अपना असाधारण योगदान देने के लिए आठ भारतीय अमेरिकी डॉक्टरों को सम्मानित किया। इससे पहले इन लोगों ने अमेरिकन एसोसिएशन फॉर कैंसर रिसर्च की बैठक में अपने मूल शोध पत्र पढ़े थे। इस बैठक का आयोजन 6 अप्रैल से 10 अप्रैल तक वॉल्टर इ. वॉशिंगटन कन्वेंशन सेटर, वॉशिंगटन में हुआ था।

इन पुरस्कारों का वितरण एसएएएससीआर के अध्यक्ष डॉ. राजीव दाहिया के हाथों सम्पन्न हुआ जो सान फ्रांसिस्को वेटेरन्स अफेयर्स मेडिकल सेंटर में यूसीएसफ स्कूल ऑफ मेडिसिन के यूरोलॉजी रिसर्च सेंटर के एक डायरेक्टर हैं। इस पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन 7 अप्रैल को किया गया था।

इन पुरस्कारों को हासिल करने वालों में डॉ. संजय अवस्‍थी, डॉ. संजीव सैन गंभीर, डॉ. डैनी धनशेखरन, डॉ. रीना दास, डॉ. सुजय सिंह, डॉ. रवि सालगिया, डॉ. हरिकृष्ण नक्षत्री और डॉ. केसी बालाजी शामिल थे।

डॉ. अवस्थी एक अंतरराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त विशेषज्ञ हैं जो ग्लूटाथायोन बायोकेमिस्ट्री, ड्रग रेजिस्टेंस और रेडियोशन रेजिस्टेंस के विशेषज्ञ होने के अलावा मेडिकल ओंकोलॉजी के प्रोफेसर हैं। वे और भी कई बड़े संस्थानों से जुड़े हैं। डॉ. गंभीर स्टानफोर्ड यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन में रेडियोलॉजी के चेयर हैं। डॉ. धनशेखरन भी सेल बायोलॉजी के प्रोफेसर हैं और कैंसर शोध के कई संस्थानों से जुड़े हैं।

डॉ. दास नेशनल सेंटर की रिसर्च ब्रांच में एक प्रोग्राम डायरेक्टर हैं। डॉ. सिंह सान डिएगो, कैलिफोर्निया की इमजेनेक्स कॉरपोरेशन के संस्थापक, अध्यक्ष और सीईओ हैं। सालगिया यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो में प्रोफेसर हैं जबकि नक्षत्री ब्रेस्ट कैंसर रिसर्च के प्रोफेसर हैं। बालाजी एक यूरोलॉजिकल ओंकोलॉजिस्ट हैं और प्रोस्ट्रेट कैंसर की सर्जरी के क्षेत्र में उन्होंने असाधारण योगदान दिया है।

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