भारतीय मूल की मनीषा सिंह की विदेश मंत्रालय के अहम पद पर नियुक्ति

Webdunia
वॉशिंगटन। अमेरिका में सीनेट ने विदेश मंत्रालय में एक अहम प्रशासनिक पद पर प्रतिष्ठित भारतीय-अमेरिकी वकील मनीषा सिंह के नामांकन की आज पुष्टि कर दी। इसके साथ ही वह देश की आर्थिक कूटनीति की प्रभारी बन जाएंगी।
 
मनीषा अभी तक सीनेटर डैन सुलिवन की मुख्य वकील और वरिष्ठ नीति सलाहकार थीं। सीनेट में अन्य कूटनीतिक पदों पर नामांकन के साथ ही उनके नामांकन को ध्वनि मत से पारित कर दिया गया।
 
मनीषा आर्थिक मामलों के सहायक विदेश मंत्री के रूप में चार्ल्स रिवकिन का स्थान लेंगी।
 
डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ लेने के बाद रिवकिन ने अपने पद से इस्तीफा से दिया था जिसके बाद यह पद खाली था।
 
फ्लोरिडा निवासी मनीषा (45) आर्थिक, ऊर्जा और कारोबारी मामलों के ब्यूरो में उप सहायक विदेश मंत्री और सीनेट की विदेश संबंधों की समिति में सहायक रह चुकी हैं।
 
उन्होंने कई बहुराष्ट्रीय कंपनियों में कानून की प्रैक्टिस भी की है।
 
उत्तरप्रदेश की रहने वाली मनीषा बचपन में अपने माता-पिता के साथ फ्लोरिडा आई थीं।
 
इस वर्ष की शुरुआत में वाशिंगटन एग्जामिनर को दिए साक्षात्कार में उन्होंने कहा था कि उन्होंने सीनेटर सुलिवन के कार्यालय  में व्यापक विदेश नीति पर काम किया। (भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

इन 6 तरह के लोगों को नहीं खाना चाहिए आम, जानिए चौंकाने वाले कारण

बहुत भाग्यशाली होते हैं इन 5 नामाक्षरों के लोग, खुशियों से भरा रहता है जीवन, चैक करिए क्या आपका नाम है शामिल

करोड़पति होते हैं इन 5 नामाक्षरों के जातक, जिंदगी में बरसता है पैसा

लाइफ, नेचर और हैप्पीनेस पर रस्किन बॉन्ड के 20 मोटिवेशनल कोट्स

ब्लड प्रेशर को नैचुरली कंट्रोल में रखने वाले ये 10 सुपरफूड्स बदल सकते हैं आपका हेल्थ गेम, जानिए कैसे

सभी देखें

नवीनतम

कौन हैं भारतीय नौसेना की दो बहादुर महिला अधिकारी जिन्होंने 8 महीनों में तय किया 50,000 किलोमीटर का समुद्री सफ़र, प्रधानमंत्री ने की सराहना

औरंगजेब के द्वारा काशी विश्वनाथ मंदिर तोड़े जाने के बाद अहिल्याबाई होलकर ने किया था इसका पुनर्निर्माण, प्रधानमंत्री मोदी ने बताया इतिहास

रानी अहिल्याबाई के पति की मौत कैसे हुई थी?

लोकमाता देवी अहिल्याबाईः सुशासन और महिला स्वावलंबन की प्रणेता

ट्रंप क्यों नहीं चाहते Apple अपने प्रोडक्ट भारत में बनाए?

अगला लेख