बीजिंग ओलिम्पिक के मुक्केबाजी रिंग में भारत के लिए बुधवार का दिन ऐतिहासिक साबित हुआ। मुक्केबाज विजेन्दर ने आक्रमण और बचाव की कुशल रणनीति अपनाकर आज बीजिंग ओलिम्पिक में पदक पक्का करके भारतीय मुक्केबाजी में नया इतिहास रचा लेकिन उनके साथी जितेंदर कुमार अच्छे प्रयासों के बावजूद यह उपलब्धि हासिल करने से चूक गए।
विजेन्दर ने मुक्केबाजी के मिडिलवेट (75 किग्रा) वर्ग में इक्वाडोर के अपने प्रतिद्वंद्वी कार्लोस गोंगोरा को आसानी से अंकों के आधार पर 9-4 से शिकस्त देकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया, जिससे उन्हें कम से कम कांस्य पदक मिलना तय है।
ND
2-2 मिनट के सभी चार राउंड में विजेन्दर हावी रहे। उनका आक्रामण और सुरक्षात्मक शैली गजब की थी। बेहद आत्मविश्वास में दिखाई दे रहे विजेन्दर ने पहले राउंड में 2, दूसरे में 2, तीसरे में 3 और चौथे में 2 अंक प्राप्त किए जबकि गोंगोरा दूसरे, तीसरे राउंड में 1-1 तथा चौथे राउंड में 2 अंक ही प्राप्त कर सके।
सेमीफाइनल में विजेन्दर को क्यूबा के इमेलियो कोरिया की कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ेगा लेकिन आत्मविश्वास से ओतप्रोत यह मुक्केबाज इसके लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि मैं मुकाबले दर मुकाबले आगे बढ़ रहा हूँ और मेरा लक्ष्य स्वर्ण पदक है।
विजेन्दर से पहले जितेन्दर कुमार फ्लाइवेट (51 किग्रा) वर्ग के क्वार्टर फाइनल में कड़ी चुनौती पेश करने के बावजूद रूस के जॉर्जी बलाकशिन से 11-15 से हारकर बाहर हो गए। जितेन्दर के साथी मुक्केबाज अखिल कुमार (54 किग्रा) भी अंतिम आठ में पराजित हुए थे।
विजेन्दर ने इन दोनों की हार से सबक लेकर आक्रमण और बचाव की रणनीति को बहुत अच्छी तरह से लागू किया। उन्होंने पहले दौर में ही 2-0 की बढ़त बनाकर अपने प्रतिद्वंद्वी पर हावी होने के संकेत दे दिए थे। हरियाणा के इस मुक्केबाज ने इसके बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा और अपने दोनों हाथ से दनादन घूँसे जड़कर गोंगोरा को पस्त कर दिया।
मेरा लक्ष्य स्वर्ण पदक है : बीजिंग ओलिम्पिक के मुक्केबाजी मुकाबलों के सेमीफाइनल में पहुँचकर नया इतिहास रचने वाले भारत के विजेन्दर कुमार ने कहा कि उनका लक्ष्य स्वर्ण पदक जीतना है।
विजेन्दर ने 75 किग्रा के मिडलवेट मुकाबले में इक्वाडोर के कार्लोस गोंगोरा को 9-4 से हराने के साथ ही सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया और अपने लिए काँस्य पदक पक्का कर लिया।
भिवानी के इस 23 वर्षीय मुक्केबाज ने कहा कि मैं यहाँ स्वर्ण पदक जीतने आया हूँ। यह तो महज शुरूआत है1 मैं इस मुकाबले के लिए पूरी तैयारी के साथ आया था। एथेंस ओलिम्पिक में मैं पहले राउंड में हार गया था। इससे मुझे गहरा झटका लगा था1 लेकिन इस बीजिंग ओलिम्पिक के लिए मैंने जमकर तैयारी की थी।
विजेन्दर ने कहा कि विजेन्दर और उससे पहले अखिल की हार से मुझ पर बहुत दबाव था, लेकिन मैं आज क्वार्टर फाइनल मुकाबले को जीतने के लिए दृढ़संकल्प था। मैं पूरी रात सो नहीं पाया था, लेकिन अब मुझे पूरा विश्वास है कि मैं अगला मुकाबला भी जीत जाऊँगा।
भारतीय मुक्केबाज का सेमीफाइनल में क्यूबा के विश्व के नंबर तीन मुक्केबाज एमीलियो बेयूक्स कोरिया से मुकाबला होगा। विजेन्दर ने सेमीफाइनल मुकाबले के लिए विश्वास व्यक्त करते हुए कहा वह क्यूबाई मुक्केबाज के खिलाफ भी जीत हासिल करेंगे।