Goga Panchami 2024: नागपंचम और भाई भिन्ना त्योहार क्यों मनाया जाता है?

WD Feature Desk
शुक्रवार, 23 अगस्त 2024 (14:19 IST)
Highlights 
 
नागपंचम पर्व क्यों मनाया जाता है।
भाई भिन्न त्योहार के बारे में जानें।
गोगा पंचमी क्यों मनाई जाती है।  
 
Goga Panchami: प्रतिवर्ष भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि को नागपंचम, गोपा पंचमी तथा भाई भिन्ना पर्व के रूप में मनाया जाता है। इस वर्ष यह तिथि और दिन शुक्रवार, 23 अगस्त 2024 को पड़ रही है। कई जगहों पर इसे नाग पंचम (पञ्चम) के रूप में भी मनाया जाता है। 
 
हिन्दू धर्म की मान्यता के अनुसार गोगा देव को मानने वाला समुदाय इस पर्व को उत्साहपूर्वक मनाते हैं। इस दिन बहनें भाइयों के माथे पर टीका लगाकर उन्हें मिठाई खिलाती हैं। और भाई अपनी बहनों को अपने सामर्थ्यनुसार उपहार देते हैं। इसीलिए इसे भाई भिन्ना पर्व कहते हैं। बहनें इस दिन चना और चावल का बना हुआ बासी भोजन ग्रहण करती हैं। 
 
भाई भिन्ना पर्व को नाग पंचम, गूगा पंचमी और गोगा पंचमी भी कहते हैं। इस दिन गोगा देव और नाग देवता का पूजन करने का विशेष महत्व है। माना जाता है कि गोगा पंचमी के दिन जाहरवीर गोगा जी की पूजा करने से गोगा जी महाराज सर्प के काटने से हमारी रक्षा करते हैं। तथा गोगा देव बच्चों के जीवन की भी रक्षा करते हैं। अत: नाग पंचम के दिन माताएं गोगा देव और नाग देव को भाई मानकर अपनी संतान की लंबी आयु के लिए इन दोनों का पूजन करती हैं तथा बच्चों के अच्छे स्वास्थ्य की कामना करती हैं।
 
इस व्रत के संबंध में यह भी मान्यता है कि इस दिन यदि नि:संतान महिलाएं गोगा देव का पूजन करती हैं तो उनकी गोद जल्दी भर जाती है। इस व्रत के करने से जहां स्त्रियों को सौभाग्यवती का वरदान मिलता हैं, वहीं उनके पतियों की सभी विपत्तियों से रक्षा भी होती है और हर मनोकामना पूर्ण होती है।
 
मान्यतानुसार इस दिन पूजा के पूर्व दीवार को साफ-सुथरी करके गेरू से पोतकर दूध में कोयला मिलाकर चौकोर चौक बनाया जाता है। उसके ऊपर पांच सर्प बनाए जाते हैं। और उसके बाद कच्चा दूध, जल, रोली और अक्षत अर्पित किए जाते हैं तथा बाजरा आटा, घी और शकर मिलाकर प्रसाद चढ़ाया जाता है।
 
अस्वीकरण (Disclaimer) : चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं, जो विभिन्न सोर्स से लिए जाते हैं। इनसे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। सेहत या ज्योतिष संबंधी किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। इस कंटेंट को जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है जिसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

सिंधु नदी के 10 रोचक तथ्य, पाकिस्तान के सिंध प्रांत को क्या कहते थे पहले?

वास्तु के अनुसार कैसे प्राप्त कर सकते हैं नौकरी

रामायण से लेकर महाभारत तक के भगवान परशुरामजी के 8 किस्से

बाबा नीम करोली के अनुसार धन कमाने के बाद भी निर्धन रहते हैं ये लोग

अक्षय तृतीया पर बन रहे हैं 3 शुभ योग, कर लें 5 उपाय, होगी धन की वर्षा

सभी देखें

धर्म संसार

Pradosh Vrat 2025: शुक्र प्रदोष व्रत आज, जानें मुहूर्त, महत्व, पूजा विधि और कथा

Aaj Ka Rashifal: 25 अप्रैल का दैनिक राशिफल, आज आपके जीवन में क्या बदलाव आ सकते हैं?

युद्ध के बारे में क्या कहती है महाभारत, जानिए 10 खास सबक

पहलगाम का वह मंदिर जहां माता पार्वती ने श्री गणेश को बनाया था द्वारपाल, जानिए कौन सा है ये मंदिर

25 अप्रैल 2025 : आपका जन्मदिन

अगला लेख