Chaturmas 2024 : हिन्दू कैलेंडर के अनुसार आषाढ़ शुक्ल देवशयनी एकादशी यानी 17 जुलाई 2024 से चातुर्मास प्रारंभ हो गए हैं। शास्त्रों के अनुसार चातुर्मास में तप, साधना या जप बहुत जल्दी फलित होते हैं। इसलिए साधना और सिद्धियों के लिए इन चार माह को सबसे उत्तम माह बताया गया है। कहते हैं कि इन चार माह में सेहत में भी सुधार करके स्वस्थ हुआ जा सकता है। कौनसे चार कार्य करना चाहिए जो सेहतमंद बना सकते हैं।
1. त्याज्य पदार्थ : चातुर्मास में तेल से बनी चीजों का सेवन न करें, दूध, शकर, दही, तेल, बैंगन, पत्तेदार सब्जियां, नमकीन या मसालेदार भोजन, मिठाई, सुपारी, मांस और मदिरा का सेवन नहीं करें। श्रावण में पत्तेदार सब्जियां यथा पालक, साग इत्यादि, भाद्रपद में दही, आश्विन में दूध, कार्तिक में प्याज, लहसुन और उड़द की दाल, आदि का त्याग कर दिया जाता है।
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2. व्रत : चातुर्मास में दिन में एक ही समय भोजन करें और दूसरे समय सिर्फ ज्यूस पिएं। जूस में नारियल पानी, संतारा जूस या अनार जूस ले सकते हैं। या रात्रि में फलाहार कर सकते हैं। चातुर्मास का व्रत रख रहे हैं तो यदि आप बीमार हो जाएं तभी व्रत का त्याग कर सकते हैं अन्यथा व्रत को खंडित नहीं करना चाहिए।
3. ब्रह्मचर्य का पालन : इन चार माह में ब्रह्मचर्य का पालन करने से शरीर और मन को बहुत लाभ होता है। इसमें मन, वचन और कर्म से पवित्र बने रहें। कम से कम बोलें।
चातुर्मास नियमों के 10 फायदे- 10 benefits of Chaturmas :
1. आपकी सेहत में जबरदस्त सुधार होगा। रोग होगा तो मिट जाएगा।
2. मानसिक संताप मिट जाएंगे। किसी भी प्रकार से भय और चिंता नहीं रहेगी।
3. सभी तरह के मानसिक विकार मिट जाते हैं और मानसिक दृढ़ता प्राप्त होती है।
4. विधिवत व्रत और पूजन करने से भगवान विष्णु और शिवजी की कृपा प्राप्त होगी।
5. आत्म विश्वास, त्याग, समर्पण और संयम की भावना का विकास होता है।