कैसे करें हरतालिका तीज व्रत, पढ़ें पूजन विधि

Webdunia
हरतालिका तीज इस वर्ष हरतालिका तीज 24 अगस्त को मनाई जाएगी। हरितालिका दो शब्दों से बना है, हरित और तालिका। हरित का अर्थ है हरण करना और तालिका अर्थात सखी। यह पर्व भाद्रपद की शुक्ल तृतीया को मनाया जाता है, जिस कारण इसे तीज कहते है। इस व्रत को हरितालिका इसलिए कहा जाता है, क्योकि पार्वती की सखी (मित्र) उन्हें पिता के घर से हरण कर जंगल में ले गई थी।

ALSO READ: हरतालिका तीज व्रत के नियम, पढ़ें 12 काम की बातें
 
 
हरितालिका तीज की पूजन सामग्री -
 
गीली मिट्टी या बालू रेत। बेलपत्र, शमी पत्र, केले का पत्ता, धतूरे का फल, आंकड़े का फूल, मंजरी, जनैव, वस्त्र व सभी प्रकार के फल एंव फूल पत्ते आदि। पार्वती मॉ के लिए सुहाग सामग्री-मेंहदी, चूड़ी, काजल, बिंदी, कुमकुम, सिंदूर, कंघी, माहौर, बाजार में उपलब्ध सुहाग आदि। श्रीफल, कलश, अबीर, चन्दन, घी-तेल, कपूर, कुमकुम, दीपक, दही, चीनी, दूध, शहद व गंगाजल पंचामृत के लिए।

ALSO READ: 24 अगस्त को हरतालिका तीज व्रत, यह है पूजा का शुभ मुहूर्त
 
हरितालिका तीज की विधि - 
 
हरितालिका तीज के दिन महिलाएं निर्जला व्रत रखती है। इस दिन शंकर-पार्वती की बालू या मिट्टी की मूति बनाकर पूजन किया जाता है। घर को स्वच्छ करके तोरण-मंडप आदि सजाया जाता है। एक पवित्र चौकी पर शुद्ध मिट्टी में गंगाजल मिलाकर शिलिंग, रिद्धि-सिद्धि सहित गणेश, पार्वती व उनकी सखी की आकृति बनायें। तत्पश्चात देवताओं का आवाहन कर षोडशोपचार पूजन करें। इस व्रत का पूजन पूरी रात्रि चलता है। प्रत्येक पहर में भगवान शंकर का पूजन व आरती होती है।

ALSO READ: हरतालिका व्रत : पढ़ें पौराणिक और प्रामाणिक कथा

 
देखें वीडियो
 
Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

शनि और मंगल का नवपंचम योग, 3 राशियों के लिए रहेगा बेहद शुभ

होली पर 8 दीपक जलाकर जीवन को महका और चमका देंगे, धन की समस्या होगी समाप्त

यूपी के इस गांव से शुरुआत हुई थी होली की, आज भी है 5 हजार वर्ष पुराना मंदिर

March Horoscope 2025 : मासिक राशिफल मार्च 2025, जानें 12 राशियों के लिए क्या होगा खास

होली से पहले बृज में मनाई जाती है फुलेरा दूज, जानिए राधा कृष्ण के प्रेम से क्या है सम्बन्ध

सभी देखें

धर्म संसार

Aaj Ka Rashifal: आज इन 3 राशियों को संपत्ति में मिलेगा लाभ, जानें 06 मार्च का राशिफल

06 मार्च 2025 : आपका जन्मदिन

होली पर वीकेंड सहित 4 दिन की छुट्टी, परिवार के साथ इन जगहों पर घूमने के लिए अभी से कर लें प्लानिंग

06 मार्च 2025, गुरुवार के शुभ मुहूर्त

इस अनोखे मंदिर में होलिका नहीं, हिरण्यकश्यप का होता है दहन, जानिए कहां है ये मंदिर

अगला लेख