kalki jayanti date time 2025:श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि के दिन भगवान विष्णु के 10वें अवतार कल्कि की जयंती मनाई जाती है। इस बार यह जयंती 30 जुलाई 2025 बुधवार के दिन मनाई जा रही है। ऐसी मान्यता है कि भगवान विष्णु का आगामी अवतार कल्कि का प्राकट्य श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को होगा। इसी कारण से इस तिथि को उनकी जयंती मनाने का प्रचलन है।
1. श्रीमद् भागवत महापुराण, अग्निपुराण, वायुपुराण, भविष्यपुराण तथा कल्कि पुराण सहित विभिन्न हिन्दु धर्मग्रन्थों में प्राप्त वर्णन के अनुसार कलियुग के अंत में शम्भल नामक ग्राम में विष्णुयश नाम के एक ब्राह्मण के यहां भगवान कल्कि अवतरित होंगे। स्कंद पुराण के दशम अध्याय में स्पष्ट वर्णित है कि कलियुग में भगवान श्रीविष्णु का अवतार श्रीकल्कि के रुप में सम्भल ग्राम में होगा।
2. 'अग्नि पुराण' के सौलहवें अध्याय में कल्कि अवतार का चित्रण तीर-कमान धारण किए हुए एक घुड़सवार के रूप में किया हैं और वे भविष्य में होंगे।
3. कल्कि पुराण के अनुसार वह हाथ में चमचमाती हुई तलवार लिए सफेद घोड़े पर सवार होकर, युद्ध और विजय के लिए निकलेगा तथा म्लेच्छों को पराजित करके सनातन राज्य स्थापित करेंगे। कल्कि भगवान देवदत्त नामक घोड़े पर सवार होकर संसार से पापियों का विनाश करेंगे और धर्म की पुन:स्थापना करेंगे। यह अवतार 64 कलाओं से युक्त होगा।
4. हिन्दु धर्मग्रन्थों के अतिरिक्त बौद्ध धर्म एवं सिख धर्म के ग्रन्थों में भी भगवान कल्कि के अवतरित होने का वर्णन प्राप्त होता है। गुरु गोबिन्द सिंह द्वारा रचित श्री दसम ग्रन्थ में भी कल्कि अवतार की पुष्टि की गयी है।
5. संभल नामक गांव भारत में कई प्रदेशों में है। उत्तर प्रदेश, राजस्थान, ओड़िसा और छत्तीसगढ़।- कई लोग इसे उत्तर प्रदेश का गांव मानते हैं जबकि ओड़िसा में भी एक संभल नामक प्रसिद्ध स्थान है।