15 नवंबर 2019, शुक्रवार को संकष्टी गणेश चतुर्थी व्रत है। यह व्रत हर तरह की सफलता देने वाला माना गया है। चतुर्थी तिथि का शास्त्रों में बड़ा महत्व बताया गया है।
संकष्टी चतुर्थी के दिन पूरी श्रद्धा और सच्चे मन से श्री गणेश का पूजन करने से हर मनोकामना पूरी होती है तथा जीवन में किसी भी चीज का अभाव नहीं रहता। आइए जानें इस दिन श्री गणेश का पूजन करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए? आइए जानें-
* भगवान श्री गणेश को दूर्वा जरूर चढ़ाएं।
* तुलसी दल श्री गणेश को न चढ़ाएं।
* जनेऊ न पहनने वाले केवल पुराण मंत्रों से श्री गणेश पूजन करें।
* सुबह का समय श्री गणेश पूजा के लिए श्रेष्ठ है, किंतु सुबह, दोपहर और शाम तीनों ही वक्त श्री गणेश का पूजन करें।
* यज्ञोपवीत यानी जनेऊ पहनने वाले वेद और पुराण दोनों मंत्रों से पूजा कर सकते हैं।
* तुलसी को छोड़कर सभी तरह के फूल श्री गणेश को अर्पित किए जा सकते हैं।
* सिंदूर, घी का दीप और मोदक भी पूजा में अर्पित करें।
* तीनों समय पूजा कर पाना संभव न हो तो सुबह ही पूरे विधि-विधान से श्री गणेश की पूजा कर लें, वहीं दोपहर और शाम को मात्र फूल अर्पित कर पूजा की सकती है।
इन बातों का ध्यान रखकर गणेश पूजन करेंगे तो निश्चित ही आप हर क्षेत्र में सफलता हासिल करेंगे। श्री गणेश आपको सुख-समृद्धि, यश-कीर्ति, वैभव, सफलता और पराक्रम के आशीषों की बरसात निश्चित ही आप पर कर देंगे। धस दिन पूरे विधि-विधान के साथ श्री गणेश की पूजा करने से सारी इच्छाएं पूरी होती हैं।