मंगल की शांति के लिए की प्रार्थना

पृथ्वी माता का अभिषेक

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पुरुषोत्तम मास के अवसर पर उज्जैन में जहाँ भात पूजा कराने वालों की संख्या में इजाफा हुआ है, वहीं मंगलवार को प्रातः बेला में ही के मंगलनाथ मंदिर स्थित पृथ्वी माता मंदिर में भी विशेष अभिषेक पूजा व श्रृंगार हुए। शास्त्रों में पूजा-पाठ, दान धर्म तथा यात्राओं के साथ देव दर्शनों का विशेष महत्व है।

इस दृष्टि से महाकाल मंदिर तथा अन्य प्रमुख मंदिरों सहित मंगलनाथ व अंगारेश्वर मंदिर में भी दर्शनार्थियों व पूजनार्थियों की संख्या निरंतर बढ़ रही है। ये मंगल की माता है। इसलिए पृथ्वी माता का विशेष अभिषेक पूजन किया गया। माता और पुत्र के दर्शनों से समस्त मनोकामनाओं की पूर्ति हो जाती है।

इन दोनों स्थानों पर अमूमन पचास से अधिक भात पूजा पुरुषोत्तम मास के मंगलवारों के अलावा अन्य दिनों में हो रही है। मंदिर के पुजारियों के अनुसार अधिक मास के मंगलवार को भात पूजा करने से मंगल देवता प्रसन्न होते हैं और उनका आशीर्वाद भी मिलता है। इसके अलावा भूमि, भवन व वाहन आदि की इच्छाओं की पूर्ति भी होती है। पुरुषोत्तम मास में किए गए पूजा का फल अवश्य मिलता है।

जो लोग भात पूजा नहीं करा सकते यदि वे सामान्य पूजा करें तो भी महामंगल देवता का आशीर्वाद मिलता है, लेकिन जो मंगल दोष से पीड़ित है उन्हें मलमास के दौरान भात पूजा करना चाहिए।

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