राजस्थान के मतदाताओं ने 14वीं राजस्थान विधान सभा के गठन के लिए 200 में से 199 सीटों पर आज मतदान किया। चूरू विधानसभा सीट से बसपा उम्मीदवार की मृत्यु होने के कारण वहां 13 दिसम्बर को मतदान होगा। जैन के अनुसार सवाई माधोपुर, करौली, भरतपुर, अलवर, दौसा जिले में छिटपुट घटनाओं को छोडकर मतदान शान्तिपूर्ण रहा।
मतदाताओं ने प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वसुंधरा राजे नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया, राजस्थान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ चन्द्रभान, राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष दीपेन्द्र सिंह शेखावत, अशोक गहलोत मंत्रिमंडल के 25 सदस्यों, जयपुर पूर्व राजघराने की सदस्य दीया कुमारी और गुजरात की राज्यपाल डॉ कमला और हरियाणा के राज्यपाल जगन्नाथ पहाड़िया तथा पूर्व विदेश मंत्री कुंवर नटवर सिंह और पूर्व विदेश मंत्री जसवंत सिंह के पुत्रों के राजनीतिक भविष्य का निर्णय ईवीएम मशीनों में बंद कर दिया।
निर्वाचन विभाग प्रवक्ता के अनुसार अब तक प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में सबसे अधिक 77.50 फीसद मतदान जैसलमेर में हुआ । उन्होने बताया कि हनुमानगढ में 74.14, झालावाड में 73.50, बासंवाडा में 69, अजमेर में 63, अलवर में 68, बारां में 68, बाडमेर में 68, भरतपुर में 63, भीलवाडा में 66 फीसद मतदान हुआ। उन्होने बताया कि बीकानेर में 65, बूंदी में 63, चितौडगढ़ में 70, चूरू में 66, दौसा में 59, धौलपुर में 68, डूंगरपुर में 65, श्रीगंगानगर में 72, जयपुर में 64, जालौर में 58, झुंझुनूं में 65, जोधपुर में 57, करौली में 61, कोटा में 64, नागौर में 60, पाली में 46, प्रतापगढ में 68, राजसमंद में 65, सवाई माधोपुर में 62, सीकर में 65, सिरोही में 61, टोंक में 61 और उदयपुर जिले में 63 फीसद से अधिक मतदान हुआ है।
प्रवक्ता के अनुसार कुल 2,096 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। इन उम्मीदवारों में चूरू विधानसभा सीट के नौ उम्मीदवार भी शामिल हैं। कांग्रेस और भाजपा ने राज्य के 200-200 उम्मीदवार, बहुजन समाज पार्टी के 195, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के 16, भाकपा के 23 एवं माकपा के 38 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। गैर मान्यताप्राप्त दलों के 666 प्रत्याशी एवं 758 निर्दलीय उम्मीदवार भी चुनाव मैदान में हैं।
निर्वाचन विभाग प्रवक्ता के अनुसार मतों की गणना आगामी 8 दिसम्बर को जिला मुख्यालयों पर होगी। प्रदेश में 199 सीटों के लिए आज सुबह आठ बजे मतदान आरंभ हुआ था। शुरूआती दो घंटों के दौरान मतदान प्रतिशत कम रहा लेकिन धूप निकलने के साथ ही इसमें तेजी आ गई। प्रदेश में 18 से 19 वर्ष के मतदाताओं में मतदान को लेकर जबरदस्त उत्साह देखने को मिला।
राजस्थान निर्वाचन विभाग ने आयोग के सख्त निर्देशों के कारण प्रत्याक्षियों के समर्थक मतदान केन्द्रों से दो सौ मीटर की दूरी पर रहे तथा निर्वाचन विभाग की ओर से मतदाताओं के घरों पर मतदान की पर्ची भेजने के कारण मतदाताओं को अपना मताधिकार केन्द्र खोजने में दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ा।
शांतिपूर्ण ,भयमुक्त एवं निष्पक्ष मतदान के लिए केंद्रीय पुलिस बल के 38 हजार 175 कर्मियों सहित। लाख 19 हजार 272 कर्मियों को नियोजित किया गया है। इनमें पुलिस के 48 हजार 197 जवान, आरएसी के 7 हजार 500 जवान, होम गार्ड के 22 हजार जवान, वनरक्षक बल के एक हजार जवान तथा बॉर्डर होमगार्ड के 2400 जवान तैनात किए गए थे।
प्रदेश के 47 हजार 223 मतदान केन्द्रों में से 10 हजार 793 संवेदनशील मतदान केंद्रों पर अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किया गया था। चूरू विधानसभा सीट से बसपा उममीदवार की मृत्यु होने के कारण वहां अब 13 दिसम्बर को मतदान होगा।
राज्य में 4 करोड़ 8 लाख 29 हजार 330 मतदाता है। इसमें 2 करोड़ 14 लाख 50 हजार 208 पुरुष मतदाता एवं । करोड़ 92 लाख 75 हजार 918 महिला मतदाता हैं, जबकि 33 अन्य मतदाता हैं। राज्य में एक लाख 3 हजार 171 सशस्त्र बलों के कर्मी मतदाता हैं, जिनमें 71 हजार 822 पुरुष एवं 31 हजार 349 महिला मतदाता हैं।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि फिलहाल प्रदेश में किसी भी मतदान केन्द्र पर पुर्नमतदान करने का निर्णय नहीं लिया गया है। अगर बाद में किसी स्थान से कोई रिपोर्ट आई तो उसके अनुसार निर्णय लिया जा सकता है। जैन के अनुसार राज्य में आज मतदान शान्तिपूर्ण सम्पन्न हो गए है। छिटपुट वारदात को छोड़कर किसी भी स्थान से अप्रिय घटना की जानकारी नहीं हेै।
उन्होंने बताया कि प्रदेश के दौसा और अलवर जिले में सुरक्षा बल की ओर से असामाजिक तत्वों को तितर बितर करने के लिए हवा में गोली चलाई गई। इसमें किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में मतदान केन्द्र पर कब्जा करने या अन्य किसी वजह से मतदान नहीं रोका गया है। प्रदेश में मतदान में गतिरोध पैदा करने पर बारह लोगों को गिरफ्तार किया गया है। (भाषा)