आया राखी का मौसम

डाक विभाग की बढ़ी जिम्‍मेदारियाँ

Webdunia
निहारिका झा

रक्षाबंधन का पर्व ज्यों-ज्यों करीब आने लगता है़, बहनें बड़े अरमानों से अपने भाइयों के लिए राखियाँ खरीदती हैं। कुछ के भाई पास ही रहते हैं, लेकिन जिनके भाई उनसे दूर हों तो बहनों की जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है। उनके प्यारे भाई को राखी रक्षाबंधन के दिन मिल जाए और उस नेह के बंधन को वह अपनी कलाई पर सजा सकें, इसलिए वह डाक से अपने भाई को राखी भेजती हैं।

WDWD
बहनों के साथ-साथ इस नेह के पर्व पर डाक विभाग भी बड़ी मुस्तैदी से अपने काम को अंजाम देता है। बहनों की राखियाँ उनके भाइयों तक सही समय पर और सही-सलामत पहुँचाने में उनकी अहम भूमिका होती है।

डाक विभाग की बढ़ी जिम्‍मेदारियाँ :

राखी का पर्व जैसे-जैसे करीब आने लगता है, रोजाना हजारों की संख्या में राखी वाली डाक देश के कोने-कोने से आती हैं। देश के बड़े शहरों से लेकर छोटे-छोटे कस्बों में हर साल राखी के मौके पर हजारों की तादाद में डाक आती हैं। उन्हें संभालकर अलग करना, समय पर डाक को उसके पते पर पहुँचाने का काम डाकिए का होता है।

इस बारे में डाक विभाग के लोगों से बात करने पर यह बात सामने आई कि डाक में किसी प्रकार की गड़बड़ी न हो, इसलिए रक्षाबंधन के त्योहार तक डाक विभाग में खास तरह के लिफाफे रखे जाते हैं ताकि राखी को उसके सही ठिकाने तक पहुँचाने का काम किया जा सके। बहुत बार लोगों की ये शिकायतें आती हैं कि उनकी राखियाँ उनके भाइयों तक नहीं पहुँचीं। यह पूरी तरह से डाक विभाग की गलती नहीं होती, बल्कि लोगों की लापरवाही भी इसकी वजह बनती है। लोगों को भी राखी भेजने के पहले कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए -

* डाक से कभी भी भारी-भरकम राखियाँ न भेजें।
* लिफाफे के ऊपर राखी लिखना न भूलें।
* जहाँ राखी भेज रही हैं, वहाँ का पूरा पता अवश्य लिखें।
* उचित मूल्य के टिकट लगे लिफाफे में ही राखियाँ भेजें।

इस दौरान डाक विभाग द्वारा एक व्यक्ति की अलग से ड्‍यूटी लगा दी जाती है कि वे इन विशेष डाकों को अलग करके और क्षेत्र के अनुसार उसका बंडल तैयार कर लें। राखी के मौके पर जो विशेष लिफाफे बेचे जाते हैं, उनकी कीमत 2-3 रुपए ही होती है, लेकिन सुरक्षा की दृष्टि से ये काफी महत्वपूर्ण होते हैं। तो आप भी अपने प्यारे भाई तक नेह का यह बंधन सही-सलामत पहुँचाएँ क्योंकि डाक-विभाग तो है न।

Show comments

चलती गाड़ी में क्यों आती है नींद? जानें इसके पीछे क्या है वैज्ञानिक कारण

सर्दियों में नाखूनों के रूखेपन से बचें, अपनाएं ये 6 आसान DIY टिप्स

क्या IVF ट्रीटमेंट में नॉर्मल डिलीवरी है संभव या C - सेक्शन ही है विकल्प

कमर पर पेटीकोट के निशान से शुरू होकर कैंसर तक पहुंच सकती है यह समस्या, जानें कारण और बचाव का आसान तरीका

3 से 4 महीने के बच्चे में ये विकास हैं ज़रूरी, इनकी कमी से हो सकती हैं समस्याएं

नैचुरल ब्यूटी हैक्स : बंद स्किन पोर्स को खोलने के ये आसान घरेलू नुस्खे जरूर ट्राई करें

Winter Skincare : रूखे और फटते हाथों के लिए घर पर अभी ट्राई करें ये घरेलू नुस्खा

Kaal Bhairav Jayanti 2024: काल भैरव जयंती पर लगाएं इन चीजों का भोग, अभी नोट करें

चाहे आपका चेहरा हो या बाल, यह ट्रीटमेंट करता है घर पर ही आपके बोटोक्स का काम

डायबिटीज के लिए फायदेमंद सर्दियों की 5 हरी सब्जियां ब्लड शुगर को तेजी से कम करने में मददगार