रक्षा बंधन पर्व : जानिए क्या करें इस दिन, 9 जरूरी बातें

Webdunia
स्नेह और विश्वास का मधुर पर्व राखी 7 अगस्त 2017 को है। आइए जानें क्या करें इस दिन, कैसे मनाएं पर्व.... 
 
- प्रातः उठकर स्नान-ध्यान करके सुंदर, उज्ज्वल तथा शुद्ध वस्त्र धारण करें। 
 
- घर को साफ करके, चावल के आटे का चौक पूरकर मिट्टी के छोटे से घड़े की स्थापना करें। 

ALSO READ: रक्षा बंधन का सटीक और शुद्ध मुहूर्त
 
- चावल, कच्चे सूत का कपड़ा, सरसों, रोली को एक साथ मिलाएं। फिर पूजा की थाली तैयार कर दीप जलाएं। उसमें मिठाई रखें। 
 
- इसके बाद भाई को पीढ़े पर बिठाएं (पीढ़ा यदि आम की लकड़ी का हो तो सर्वश्रेष्ठ माना जाता है)। 
 
- भाई को पूर्वाभिमुख यानी पूर्व दिशा की ओर बिठाएं। बहन का मुंह पश्चिम दिशा की ओर होना चाहिए। 

ALSO READ: रक्षा बंधन : भाई को राशि के अनुसार बांधें राखी, खिलाएं यह मिठाई
 
- इसके बाद शुभ मुहूर्त में (जो कि इस बार भद्रा और ग्रहण की वजह से 11 बजकर 5 मिनट से लेकर 1 बजकर 47 मिनट तक है।) भाई के माथे पर टीका लगाकर दाहिने हाथ पर रक्षा सूत्र बांधे। जब रक्षा सूत्र बांधा जाए तब भाई हाथ में अक्षत रखकर मुट्ठी बांधकर रखें। 
 
- शास्त्रों के अनुसार रक्षा सूत्र बांधे जाते समय निम्न मंत्र का जाप करने से अधिक फल मिलता है। मंत्र इस प्रकार है- 
 
"येन बद्धो बलिराजा, दानवेन्द्रो महाबलः तेनत्वाम प्रति बद्धनामि रक्षे, माचल-माचल"
 
- रक्षा सूत्र (राखी) बांधने के बाद आरती उतारें फिर भाई को मिठाई खिलाएं। बहन यदि बड़ी हों तो छोटे भाई को आशीर्वाद दें और यदि छोटी हों तो भी बड़े भाई को प्रणाम करना चाहिए। 
 
आजकल लोग सोफे व कुर्सी में बैठकर राखी बंधवा लेते हैं। यह उचित नहीं है, राखी बंधवाते समय पीढ़े पर ही बैठें। इससे शुद्धिकरण होता है और अच्छा प्रभाव पड़ता है। व्यक्ति चुंबकीय रेखाओं से मुक्त हो जाता है। पीढ़े पर सिर्फ भाई को नहीं, बल्कि बहन को भी बैठना चाहिए। यह विधि सर्वोत्तम है। 

ALSO READ: रक्षाबंधन पर प्रचलित हैं कैसे-कैसे टोटके, रोचक जानकारी
Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

दुनिया में कितने मुस्लिम इस्लाम धर्म छोड़ रहे हैं?

ज्येष्ठ माह के 4 खास उपाय और उनके फायदे

नास्त्रेदमस ने हिंदू धर्म के बारे में क्या भविष्यवाणी की थी?

भारत ने 7 जून तक नहीं किया पाकिस्तान का पूरा इलाज तो बढ़ सकती है मुश्‍किलें

क्या जून में भारत पर हमला करेगा पाकिस्तान, क्या कहते हैं ग्रह नक्षत्र

सभी देखें

धर्म संसार

Aaj Ka Rashifal: आज किन राशियों को मिलेंगे धनलाभ के अवसर, पढ़ें 03 जून 2025 का दैनिक राशिफल

03 जून 2025 : आपका जन्मदिन

03 जून 2025, मंगलवार के शुभ मुहूर्त

Saptahik Muhurat: जून 2025 के पहले सप्ताह का पंचांग कैलेंडर मुहूर्त हिन्दी में

मिस वर्ल्ड ओपल सुचाता अयोध्या में राम मंदिर के दर्शन को हैं उत्सुक, जानिए थाईलैंड की रामायण 'रामकियेन' के बारे में

अगला लेख