राम जी के भक्त हैं तो इन तीन मंदिरों में दर्शन कर पाएं अपने आराध्य का आशीर्वाद

WD Feature Desk
शुक्रवार, 4 अप्रैल 2025 (15:09 IST)
Famous ram temples: भगवान राम, मर्यादा पुरुषोत्तम, करोड़ों हिंदुओं के आराध्य हैं। उनके भक्त देश-विदेश में फैले हुए हैं और उनकी भक्ति में लीन रहते हैं। भारत में भगवान राम के कई प्राचीन और प्रसिद्ध मंदिर हैं, जहाँ भक्त अपने आराध्य के दर्शन के लिए जाते हैं। इन मंदिरों में से तीन प्रमुख मंदिर हैं: श्री राम तीर्थ मंदिर, अमृतसर, श्री राम मंदिर, अयोध्या और राजाराम मंदिर, ओरछा। आइये आज आपको इन मंदिरों के बारे में विस्तार से बताते हैं।

श्री राम तीर्थ मंदिर, अमृतसर

श्री राम तीर्थ मंदिर, अमृतसर, पंजाब में स्थित है। हर साल हजारों भक्त यहाँ दर्शन के लिए आते हैं। अमृतसर में स्थित यह मंदिर अटारी-वागाह बॉर्डर के पास है, इसलिए यहां पहुंचना आसान है। अमृतसर के लिए किसी भी शहर से सीधी ट्रेन या बस लेकर यहां आसानी से पहुंचा जा सकता है। मंदिर में दर्शन का समय सुबह 6 बजे से रात 8 बजे तक होता है। रामनवमी के दिन मंदिर को विशेष रूप से सजाया जाता है। यह मंदिर पानी के बीचों बीच बनाया गया है, जो इस मंदिर की सुन्दरता में चार चाँद लगता है।

ALSO READ: कैसे होगा राम लला के मस्तक का दिव्य सूर्य तिलक, जानिए क्या है आध्यात्मिक महत्व 

श्री राम मंदिर, अयोध्या

श्री राम मंदिर, अयोध्या, उत्तर प्रदेश में स्थित है। यह मंदिर भगवान राम की जन्मभूमि पर बना है और हिंदुओं के लिए सबसे पवित्र स्थलों में से एक है। मंदिर में भगवान राम के बाल स्वरुप राम लला की दिव्य मूर्ति स्थापित है। भगवान राम का यह मंदिर आस्था के साथ बेजोड़ वास्तुकला का भी प्रतीक है। अयोध्या तक आप सड़क और रेल मार्ग द्वारा आसानी से पहुंच सकते हैं। अयोध्या में और भी प्राचीन मंदिर स्थित हैं जहां आप राम मंदिर के अलावा दर्शन के लिए जा सकते हैं।

राजाराम मंदिर, ओरछा

राजाराम मंदिर, ओरछा, मध्य प्रदेश में स्थित है। यह मंदिर भगवान राम के राजा स्वरूप को समर्पित है। बुंदेलखंड की अयोध्या के तौर पर प्रसिद्ध ओरछा दुनिया का ऐसा इकलौता मंदिर है जहां मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की पूजा राजा के रूप में होती है और स्थानीय पुलीस नियमित रूप से अपने राजा को सलामी देकर दिन की शुरुआत करती है। यह मंदिर अपनी अनूठी वास्तुकला और धार्मिक महत्व के लिए जाना जाता है। मंदिर में भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण की सुंदर मूर्तियाँ स्थापित हैं।

 

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

इजराइल के दुश्मन क्यों है ईरान सहित सभी मुस्लिम देश?

12 जून से मांगलिक कार्यों पर लगेगा विराम, 5 माह तक नहीं होंगे शुभ कार्य

वट सावित्री व्रत दो बार क्यों मनाया जाता है?

शनि देव को अतिप्रिय हैं ये चार फूल: शनि जयंती पर चढ़ाने से दूर होंगे शारीरिक तथा मानसिक कष्ट

वट सावित्री व्रत के दिन नहीं मिले बरगद का पेड़ तो ऐसे करें पूजा

सभी देखें

धर्म संसार

24 मई 2025 : आपका जन्मदिन

24 मई 2025, शनिवार के शुभ मुहूर्त

भारत के इन 5 मंदिरों की संपत्ति जानकर चौंक जाएंगे आप, करोड़ों में आता है चढ़ावा

राहु के कुंभ में गोचर से 4 राशियों का 18 माह तक रहेगा गोल्डन टाइम

किस देवता के लिए समर्पित है शनि प्रदोष व्रत, जानें पूजा के मुहूर्त और विधि

अगला लेख