भगवान राम के आदर्श महान हैं

त्याग और प्रेम के प्रतीक श्रीराम

Webdunia
प्रेमचंद माहेश्वरी 'प्रेम'
ND
वर्तमान संदर्भों में भी मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के आदर्शों का जनमानस पर गहरा प्रभाव है। त्रेतायुग में भगवान श्रीराम से श्रेष्ठ कोई देवता नहीं, उनसे उत्तम कोई व्रत नहीं, कोई श्रेष्ठ योग नहीं, कोई उत्कृष्ट अनुष्ठान नहीं। उनके महान चरित्र की उच्च वृत्तियाँ जनमानस को शांति और आनंद उपलब्ध कराती हैं।

संपूर्ण भारतीय समाज के जरिए एक समान आदर्श के रूप में भगवान श्रीराम को उत्तर से लेकर दक्षिण तक संपूर्ण जनमानस ने स्वीकार किया है। उनका तेजस्वी एवं पराक्रमी स्वरूप भारत की एकता का प्रत्यक्ष चित्र उपस्थित करता है।

आदिकवि ने उनके संबंध में लिखा है कि वे गाम्भीर्य में उदधि के समान और धैर्य में हिमालय के समान हैं। राम के चरित्र में पग-पग पर मर्यादा, त्याग, प्रेम और लोकव्यवहार के दर्शन होते हैं। राम ने साक्षात परमात्मा होकर भी मानव जाति को मानवता का संदेश दिया। उनका पवित्र चरित्र लोकतंत्र का प्रहरी, उत्प्रेरक और निर्माता भी है। इसीलिए तो भगवान राम के आदर्शों का जनमानस पर इतना गहरा प्रभाव है और युगों-युगों तक रहेगा।
Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

वरलक्ष्मी व्रत 2025: तिथि, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

भाई के कौन से हाथ में बांधना चाहिए राखी?

क्या इस बार 2 दिन बंधेगी राखी? जानें कब मनाया जाएगा रक्षाबंधन का शुभ पर्व

रक्षा बंधन पर राखी बांधने का मंत्र और ऐतिहासिक महत्व

रक्षाबंधन की हार्दिक शुभकामनाएं: अपने प्रिय भाई या बहन को भेजें दिल को छू लेने वाले ये 10 यूनिसेक्स मैसेज

सभी देखें

धर्म संसार

भादो माह में क्या नहीं खाना चाहिए और क्या करना चाहिए?

Aaj Ka Rashifal: 09 अगस्त रक्षाबंधन का राशिफल, भाई-बहन के रिश्तों में आएगी मधुरता, पढ़ें आज का दैनिक राशिफल

आज रक्षाबंधन, सबसे शुभ मुहूर्त, राखी बांधने की विधि, मंत्र, 3 उपाय और नियम एवं सावधानियां

09 अगस्त 2025 : आपका जन्मदिन

रक्षाबंधन की सुबह करें ये विशेष उपाय, परिवार में आएगी समृद्धि और सुख-शांति