विवस्वान (सूर्य) पुत्र वैवस्वत मनु और वैवस्वत मनु के पुत्र इक्ष्वाकु के कुल में आगे चलकर भागीरथ, हरिश्चंद्र, सगर, पृथु, रघु आदि कई महान लोग हुए उसके बाद राजा दशरथ हुए। दशरथ की तीन पत्नियां थीं, कौशल्या, सुमित्रा, कैकयी।
1. कौशल्य की पुत्री शांता और पुत्र राम थे। सुमित्रा के पुत्र लक्ष्मण और शत्रुघ्न, कैकयी के पुत्र भरत थे।
2. राम और लक्ष्मण सहित चारों भाइयों के दो गुरु थे- वशिष्ठ, विश्वामित्र।
3. राम ने जनक पुत्री सीता से विवाह किया। सीता और राम के दो जुड़वा पुत्र थे लव और कुश।
4. लक्ष्मण ने जनक के भाई कुशध्वज की पुत्री उर्मिला से विवाह किया लक्ष्मण से इनके अंगद और चन्द्रकेतु नाम के दो पुत्र तथा सोमदा नाम की एक पुत्री उत्पन्न हुई। लक्ष्मण की जितपद्मा और वनमाला नामक दो और पत्नियां थीं।
5. भारत ने भी कुशध्वज की बेटी मांडवी से विवाह किया। भारत के दो पुत्र थे- तक्ष और पुष्कल।
6. शत्रुध्न की पत्नी का नाम श्रुतकीर्ति था जो जनक के भाई कुशध्वज की पुत्री थीं। मथुरा में शत्रुघ्न के पुत्र सुबाहु का तथा दूसरे पुत्र शत्रुघाती का भेलसा (विदिशा) में शासन था।
7. श्रीराम की दो बहनें भी थी एक शांता और दूसरी कुकबी। कुकबी के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं मिलती लेकिन शांता के बारे में सभी जानते हैं। भगवान राम की बड़ी बहन का पालन-पोषण राजा रोमपद और उनकी पत्नी वर्षिणी ने किया, जो महारानी कौशल्या की बहन अर्थात राम की मौसी थीं। शांता का विवाह महर्षि विभाण्डक के पुत्र ऋंग ऋषि से हुआ। इन ऋंग ऋषि ने ही दशहरथजी का पुत्रेष्टि यज्ञ किया था जिसके चलते राम, लक्ष्मण, भारत और शत्रुघ्न का जन्म हुआ था।
8. राम दरबार में श्रीराम और सीता सिंहासन पर विराजित हैं और उनके एक ओर लक्ष्मण तो दूसरी ओर भरतजी खड़े हैं। नीचे बैठे हुए हनुमानजी और शत्रुघ्न जी हैं।