मेरठ। गैंगरेप और धर्म परिवर्तन की घटना की शिकार युवती को बुधवार को गाजियाबाद के एक निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया।
पुलिस अधीक्षक ग्रामीण कैप्टन एमएस बेग ने बताया कि युवती को पेट दर्द की शिकायत के कारण मंगलवार को गाजियाबाद के एक निजी नर्सिग होम में भर्ती कराया गया है।
उधर पुलिस ने हापुड़ जिले के दतौई निवासी सनव्वर और राजा को आज अदालत में पेश किया गया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। इस तरह इस मामले में अब तक पांच लोग जेल जा चुके हैं।
एक लड़की के कथित बलात्कार और धर्म परिवर्तन के मामले में पुलिस ने आज दो और लोगों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के अनुसार पूछताछ में सनव्वर ने पीड़िता को घर में ठहराने और उसके धर्म परिवर्तन संबंधी शपथ-पत्र तैयार कराने का अपराध स्वीकार किया है।
गृह विभाग के सचिव कमल सक्सेना ने बताया कि ‘‘मेरठ मामले में दो और लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इसके पूर्व, चार लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज की गई थी। उनमें से तीन को गिरफ्तार किया जा चुका है।’’ उन्होंने बताया कि इसके साथ मेरठ प्रकरण में अब तक सात लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। सक्सेना ने कहा कि लड़की के पास से बरामद किए गए शपथ-पत्र की पड़ताल में पता लगा है कि उस पर उस युवती ने नहीं बल्कि किसी अन्य ने दस्तखत किए थे।
उन्होंने बताया कि शपथपत्र की पड़ताल करने पर मामले के नामजद अभियुक्तों के अलावा गुल संवार और वकील अहमद नामक व्यक्तियों के नाम भी सामने आए थे। वे दोनों भी गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
गृह सचिव ने बताया कि लड़की का चिकित्सीय परीक्षण किया जा चुका है और उसकी रिपोर्ट के आधार पर और गहराई से परीक्षण कराए जाने की संस्तुति की गई है। मजिस्ट्रेट के सामने लड़की का बयान भी दर्ज किया जा चुका है।
सक्सेना ने कहा कि इस मामले में मुकदमा गत 3 अगस्त को दर्ज हुआ था और पुलिस ने मुस्तैदी दिखाते हुए चार नामजद अभियुक्तों में से तीन को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस की पकड़ से बाहर एक अन्य अभियुक्त के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया गया है। टीमें गठित की गई हैं और दबिश दी जा रही हैं। (भाषा)