1,628 stones removed from the patient's gall bladder: वडोदरा शहर में एक मरीज के पित्ताशय (gall bladder) से रिकॉर्डतोड़ 1,628 पथरियां (stones) निकाली गई हैं। मरीज के पित्ताशय से इतनी बड़ी संख्या में पथरी निकलते देख डॉक्टर भी अचरज में पड़ गए। हालांकि इतनी सारी पथरियां होने के बावजूद मरीज को कोई अन्य गंभीर समस्या नहीं हुई है और अब ऑपरेशन (operation) के बाद उसकी हालत ठीक है।
वडोदरा के नवायार्ड इलाके के रहने वाले 35 वर्षीय मोहम्मद खालिक पठान फैब्रिकेशन के कारोबार से जुड़े हैं। जब उन्हें पित्ताशय में पथरी का पता चला तो वे तुरंत निदान के लिए अस्पताल में भर्ती हुए। यहां लेप्रोस्कोपिक सर्जन द्वारा लेप्रोस्कोपिक सर्जरी के जरिए उसके पित्त की पथरी को निकालने का निर्णय लिया गया और गुरुवार को युवक की सर्जरी की गई जिसमें पित्ताशय से 1,628 पथरियां निकाली गईं। चिकित्सा इतिहास में इतनी बड़ी संख्या में पथरी निकालने का यह पहला मामला है।
लेप्रोस्कोपिक सर्जन डॉ. ललित मचार, डॉ. जीतेन्द्र मिस्त्री और एनेस्थेटिस्ट डॉ. तुषार चौकसी ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया। डॉक्टरों का मानना है कि अत्यधिक वसा, मांस और फास्ट फूड का सेवन पित्त की पथरी बनने का मुख्य कारण है। इसके अलावा मेटाबॉलिक प्रक्रिया में रुकावट के कारण पित्ताशय में पथरी हो जाती है।
लेप्रोस्कोपिक सर्जरी के जरिए निकाली गई पथरी को गिनने में स्टाफ को 3 घंटे से ज्यादा का समय लग गया जबकि लेप्रोस्कोपिक सर्जरी में करीब 2 घंटे का समय लगा। फिलहाल मोहम्मद खालिक पठान की तबीयत में सुधार है और वह काफी स्वस्थ है।
Edited by: Ravindra Gupta